
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पेमा खांडू ने मंगलवार को भारत-चीन सीमा पर अंजॉ जिले में अंतिम चौकी किबिथु में कैबिनेट बैठक कर इतिहास रच दिया. उनकी ये बैठक अब काफी चर्चाओं में है. सीएम खांडू ने यहां अपनी कैबिनेट की बैठक बुलाकर चीन का साफ संदेश दे दिया है कि वह भारत की जमीन से दूर ही रहे. इस कैबिनेट बैठक को लेकर एक आधिकारिक बयान भी जारी किया गया है. इस बयान में कहा गया है कि सरकार ने ‘कैबिनेट आपके द्वार' की अवधारणा को एक कदम आगे बढ़ाते हुए इसे एक सुदूर इलाके में आयोजित किया. इस बैठक का मकसद राज्य के विकास को और गति देने का है. इस बैठक में कई अहम फैसले भी लिए गए हैं.
Chairing the historic sitting of Cabinet Aapke Dwar at Kibithoo, India's first village in Anjaw district.
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) May 13, 2025
Together with my colleagues, we are working diligently to arrive at key decisions aimed at the welfare of our people, Strengthening government departments for efficient… pic.twitter.com/FivB44lKUs
सीएम खांडू ने इस बैठक को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट भी किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि अंजॉ जिले के भारत के पहले गांव किबिथू में कैबिनेट आपके द्वार की ऐतिहासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए.
अपने सहयोगियों के साथ मिलकर, हम अपने लोगों के कल्याण के उद्देश्य से महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए लगन से काम कर रहे हैं, कुशल सेवा वितरण के लिए सरकारी विभागों को मजबूत कर रहे हैं. राजस्व सृजन को बढ़ावा दे रहे हैं और अरुणाचल को आत्मनिर्भर बनाने के अपने मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं.
Every village in Anjaw deserves more than promises—it deserves visible change. And together, we gathered not just to review reports, but to reignite our shared vision for progress.
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) May 13, 2025
With Hon'ble DyCM Shri Chowna Mein Ji, Hon'ble Minister Smt. Dasanglu Pul Ji, Panchayat leaders,… pic.twitter.com/oDDj7V9i3G
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अंजॉ का हर गांव वादों से कहीं ज़्यादा का हकदार है. यह दिखने वाले बदलाव का हकदार है. और साथ मिलकर, हम न केवल रिपोर्टों की समीक्षा करने के लिए, बल्कि प्रगति के लिए अपने साझा दृष्टिकोण को फिर से जगाने के लिए एकत्र हुए. उपमुख्यमंत्री चौना मीन जी,माननीय मंत्री श्रीमती दासंगलू पुल जी,पंचायत नेताओं,विभागाध्यक्षों और प्रमुख हितधारकों के साथ,हमने इस बात पर गहन चर्चा की कि हमारे लोगों के लिए वास्तव में क्या मायने रखता है.
आपको बता दें कि भारत सरकार ने यह फैसला उस वक्त लिया है जब अरुणाचल प्रदेश में चीनी दखल को लेकर केंद्र ने चीन को दो टूक सुना दिया है. अरुणाचल प्रदेश में कुछ जगहों के नाम बदलने के चीन के प्रयास पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर कहा है कि ये एक व्यर्थ और निरर्थक प्रयास है.मंत्रालय ने कहा है कि हम चीन के इस प्रयास को पूरी तरह से अस्वीकार करते हैं.हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं