प्रतीकात्मक तस्वीर
कोलकाता:
आईआईटी खड़गपुर के छात्रों की पढ़ाई को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए अब नियमित शिक्षकों के अलावा कक्षा से बाहर उन्हें अन्य शिक्षक (शैडो टीचर्स) भी मिलेंगे।
इस प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान ने अन्य छात्रों को पढ़ाने के लिए अब हर एक क्लास से बेहतर छात्रों के एक समूह को तैयार करने का फैसला किया है।
आईआईटी खड़गपुर के निदेशक पार्थ प्रतिम चक्रवर्ती ने बताया, 'इस अकादमिक सत्र से हम वरिष्ठ और पढ़ाई में बेहतर रहे 10-12 छात्रों का समूह बनाना शुरू करेंगे, जिन्हें पढ़ाने के लिए भत्ता भी दिया जाएगा। यह कक्षा से बाहर पढ़ाई की एक समानांतर व्यवस्था होगी।' नई व्यवस्था में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी छात्र पढ़ाई की प्रक्रिया से नहीं छूटे।
निदेशक ने कहा, 'इससे हम पढ़ाई के दौरान छात्रों को आने वाली मुश्किलों से भी निपटने में सक्षम होंगे।' उन्होंने बताया, 'प्रयोग के तौर पर पिछले तीन साल से कम्प्यूटर साइंस विभाग में शैडो टीचिंग को आजमाया गया। इन्हें 'छात्रों का स्वयं सहायता समूह' भी कहा जाता है।'
चक्रवर्ती ने कहा, 'अब हम इसे इस साल से प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए अन्य विभागों में भी यह व्यवस्था शुरू करेंगे।' उन्होंने बताया, 'इसके लिए हमने एक कक्ष को भी निश्चित कर लिया है जहां छात्र अपने सवाल रख सकें और अन्य छात्र या शिक्षक उसका जवाब दे सकें। सारी चीजें ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगी।'
इस प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान ने अन्य छात्रों को पढ़ाने के लिए अब हर एक क्लास से बेहतर छात्रों के एक समूह को तैयार करने का फैसला किया है।
आईआईटी खड़गपुर के निदेशक पार्थ प्रतिम चक्रवर्ती ने बताया, 'इस अकादमिक सत्र से हम वरिष्ठ और पढ़ाई में बेहतर रहे 10-12 छात्रों का समूह बनाना शुरू करेंगे, जिन्हें पढ़ाने के लिए भत्ता भी दिया जाएगा। यह कक्षा से बाहर पढ़ाई की एक समानांतर व्यवस्था होगी।' नई व्यवस्था में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी छात्र पढ़ाई की प्रक्रिया से नहीं छूटे।
निदेशक ने कहा, 'इससे हम पढ़ाई के दौरान छात्रों को आने वाली मुश्किलों से भी निपटने में सक्षम होंगे।' उन्होंने बताया, 'प्रयोग के तौर पर पिछले तीन साल से कम्प्यूटर साइंस विभाग में शैडो टीचिंग को आजमाया गया। इन्हें 'छात्रों का स्वयं सहायता समूह' भी कहा जाता है।'
चक्रवर्ती ने कहा, 'अब हम इसे इस साल से प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए अन्य विभागों में भी यह व्यवस्था शुरू करेंगे।' उन्होंने बताया, 'इसके लिए हमने एक कक्ष को भी निश्चित कर लिया है जहां छात्र अपने सवाल रख सकें और अन्य छात्र या शिक्षक उसका जवाब दे सकें। सारी चीजें ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगी।'
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