सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने के प्रावधान (Upper Caste Reservation)वाले ऐतिहासिक संविधान संशोधन विधेयक (संविधान 124वां संशोधन विधेयक) को बुधवार को संसद की मंजूरी मिल गयी. लोकसभा के बाद राज्यसभा ने करीब 10 घंटे तक चली बैठक के बाद संविधान (124 वां संशोधन), 2019 विधेयक को सात के मुकाबले 165 मतों से मंजूरी दे दी. हालांकि, इस बिल को पास कराने के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में सासंदों ने अपनी-अपनी बातें रखीं. लोकसभा में आर्थिक आधार पर आरक्षण बिल को लेकर कई सांसदों ने बहस में हिस्सा लिया. इस बहस में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी कविता के अंदाज में लोकसभा में अपनी बात रखी. हालांकि, रामदास अठावले की इस कविता से कुमार विश्वास खुश नहीं हुए और उन्होंने अपने फेसबुक पर रामदास अठावले की इस कविता की आलोचना की.
सामान्य श्रेणी कोटा पर अमर्त्य सेन बोले- इसके गंभीर राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव पड़ सकते हैं
लोकसभा में आरक्षण बिल पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कविता पाठ किया. अठावले ने अपनी कविता में पीएम मोदी का गुनगान किया और वहीं राहुल गांधी पर कई हमले किए.
राज्यसभा में अठावले की तुकबंदी:
आज मुझे बहुत अच्छा हो रहा है फील, क्योंकि लोकसभा में पास हो रहा है आरक्षण का बिल.
इसलिए 2019 में मजबूत हो रही है नरेंद्र मोदी जी की हील, क्योंकि राफेल में नहीं हुआ है बिलकुल गलत डील.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं बहुत चालाक, इसलिए संसद में बिल आया है सवर्ण आरक्षण और तीन तलाक.
नरेंद्र मोदीजी ने दिखाई है एक नई झलक, अब मत दिखाओ राहुल गांधी जी गलत-गलत.
नरेंद्र मोदी जी का था अच्छा लक्षण, इसलिए सवर्णों को मिल रहा है आरक्षण.
राहुल गांधी नहीं, नरेंद्र मोदी जी कर रहे हैं देश का रक्षण, 2019 में कांग्रेस का हो जाएगा भक्षण.
राहुल जी, मोदी जी के साथ मत खेलो गलत चाल, वरना हो जाएगा 2019 में बुरा हाल'.
हालांकि, रामदास अठावले के इस भाषण के बाद सदन में ठहाके लगने लगे और बीजेपी के सांसदों ने तालियां भी बजाईं. मगर कुमार विश्वास को रामदास अठावले की यह तुकबंदी पसंद नहीं आई और वह रामदास अठावले की इस कविता से खुद को छलित महसूस करने लगे. उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा- लोकतंत्र की जिस संसदीय शक्तिपीठ में, कभी राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त, रामधारीसिंह दिनकर, बालकवि बैरागी और उदयप्रताप जी जैसे कवियों ने भाषा और कविता का गुण-गौरव गुंजाया था, वहां का हालिया 'उत्कर्ष' आप सब 'मतदाताओं' की सेवा में प्रस्तुत है! ऐसे 'हल्के-फुल्के' लोकतंत्र की जय हो.
लोकतंत्र की जिस संसदीय शक्तिपीठ में, कभी राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त, रामधारीसिंह दिनकर, बालकवि बैरागी और उदयप्रताप जी जैसे कवियों ने भाषा और कविता का गुण-गौरव गुंजाया था, वहाँ का हालिया “उत्कर्ष” आप सब “मतदाताओं” की सेवा में प्रस्तुत है ! ऐसे “हल्के-फुल्के”लोकतंत्र की जय हो???????? pic.twitter.com/sTkHOUuqEY
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 9, 2019
सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को सरकारी नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण के प्रावधान वाले विधेयक के ऊपर राज्यसभा में चर्चा के दौरान बुधवार को भी राज्यसभा में भी केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एक बार फिर अपने भाषण के दौरान कविता पाठ किया और अपनी कविता में पीएम मोदी का गुनगान किया.
राज्यसभा में सवर्ण आरक्षण बिल पास होने पर PM मोदी बोले- यह सामाजिक न्याय की जीत है
लोगों को हंसने को मजबूर कर दिया. अठावले ने एक बार फिर से खास तुकबंदी पेश करते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा.
राज्यसभा में अठावले की तुकबंदी:
सवर्णों को आरक्षण देने की नरेंद्र मोदी जी ने दिखाई है हिम्मत, इसलिए 2019 में बढ़ेगी उनकी कीमत.
सवर्णों में भी गरीबी की रेखा, नरेंद्र मोदी जी ने उसे देखा.
और 10% आरक्षण देने का ले लिया मौका, लेकिन 70 साल तक कांग्रेस ने दिया था सवर्णों को धोखा.
नरेंद्र मोदी जी का कारवां आगे चला, इसलिए गरीब सवर्णों का हुआ है भला.
नरेंद्र मोदी जी के साथ दोस्ती करने की मेरे पास है कला, इसलिए कांग्रेस को छोड़कर मैं बीजेपी की तरफ चला.
सवर्णों को आरक्षन देकर मोदी जी ने मारा है छक्का, इसलिए 2019 में उनका विजय है पक्का
अगर मोदी जी और शाह जी मुझे दे देंगे थोड़ा धक्का, तो मैं कांग्रेस के खिलाफ मार दूंगा छक्का.
VIDEO: राज्यसभा में पास हुआ आरक्षण संशोधन बिल
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं