महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी
महाराष्ट्र का संकट गहराता ही जा रहा है. कांग्रेस ने शिवसेना के समर्थन को लेकर अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. सोमवार को दो राउंड की बैठक हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी. मंगलवार को कांग्रेस और एनसीपी की बैठक होनी थी, लेकिन अब ये बैठक टल गई है क्योंकि दिल्ली से कोई भी कांग्रेस नेता मुंबई नहीं जा रहा है. इधर एनसीपी ने सरकार बनने में देरी के लिए कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ दिया है. NCP का कहना है कि हम तैयार हैं, लेकिन अब तक कांग्रेस की चिट्ठी नहीं मिली है. ऐसे में महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ता दिख रहा है. इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी बोले, ''कांग्रेस क्या करेगी यह कह नहीं सकता, लेकिन यह कह सकता हूं कि नाराजगी सभी लोगों में है. महाराष्ट्र के लोग शिवसेना सरकार चाहते हैं.''
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मनोहर जोशी ने कहा, ''जिस तरह से बातचीत चल रही है, वह लोगों को पसंद नहीं है. मैं कुछ कहने के बगैर इतना ही कहूंगा कि लोग चाहते हैं कि शिवसेना जल्द से जल्द सरकार चाहते हैं.'' सूत्र के मुताबिक एनसीपी (NCP) नहीं चाहती कि 3 महीने में सरकार गिर जाए. एनसीपी चाहती है कि राज्य में स्थिर सरकार हो जो NCP, कांग्रेस और शिवसेना मिलकर ही बन सकती है.
इसके पहले महाराष्ट्र में राज्यपाल ने शिवसेना को 48 घंटे की मोहलत नहीं दी, रविवार को राज्यपाल ने शिवसेना को चिट्ठी लिखकर कहा था कि सोमवार साढ़े 7 बजे तक सरकार बनाने की इच्छा जताए, शिवसेना की तरफ़ से आदित्य ठाकरे ने राजभवन जाकर सरकार बनाने की इच्छा जताई और 48 घंटे का समय मांगा, जो उन्हें नहीं मिला.
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एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा, ''दिल्ली से कांग्रेस का फोन था कि क्या आज दिल्ली में शरद पवार मीटिंग के लिये आ सकते हैं. हमने कहा कि आज विधायकों के साथ बैठक है इसलिए संभव नहीं होगा. लेकिन महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं से हमने कहा है कि वो मुंबई आएं और हम मीटिंग कर एक कॉमन मिनिमम कार्यक्रम बनाते हैं उन्होंने कहा है आने के लिए देखते हैं.''
यह पूछने पर कि कांग्रेस नेता अगर आज आ नहीं रहे हैं तो राष्ट्रपति शासन लग जायेगा? तो उन्होंने कहा कि यहां आना जरूरी नहीं है. फोन पर भी बात हो सकती है. अजीत पवार ने ये साफ किया कि कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है और जो भी फैसला है वो साथ में है. शिवसेना के साथ कभी हमने मिलकर चुनाव नहीं लड़ा है इसलिए कांग्रेस थोड़ा वक्त ले रही है.
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