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4 years ago
नई दिल्ली:

तीन कृषि कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसकी सीमा पर किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी है. कानून के खिलाफ नाराजगी जताते हुए किसान आज भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसान बुराड़ी के निरंकारी मैदान में शिफ्ट होने के लिए राजी नहीं हुए हैं. रविवार दोपहर हुई किसान संगठनों की बैठक में किसान नेताओं ने सरकार के सशर्त वार्ता के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. साथ ही सरकार से सवाल पूछा है कि किसने आपसे इन तीन कानूनों को लाने की मांग की थी. किसान आंदोलन के बीच, रविवार रात को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के घर अहम बैठक हुई. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहे. करीब 2 घंटे तक चली इस बैठक में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा हुई और सारे हालात की समीक्षा की गई. सूत्रों ने यह जानकारी दी. 

Here are the updates of Farmer's protest march in Delhi:

दिल्ली : सिंघु बॉर्डर पर बवाल के मामले में पुलिस ने दंगा का केस दर्ज किया
दिल्ली की सिंघु बॉर्डर पर हुए बवाल पर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. केस अलीपुर थाने में दर्ज किया गया है. अलीपुर थाने में यह मामला धारा 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269, और 3 PDPP एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
किसान संगठनों ने कहा बातचीत के लिये केंद्र सरकार प्रतिनिधि भेजे
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी से सटे सोनीपत के सिंघु सीमा पर मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे हजारों किसानों के संगठनों ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी वार्ता के लिए दिल्ली नहीं जाएंगे बल्कि केंद्र सरकार का प्रतिनिधि यहीं आकर उनसे बातचीत करे. केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली बॉर्डर पर चल रहा विभिन्न किसान संगठनों का धरना सोमवार को पांचवे दिन में प्रवेश कर गया.
कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में चलाया सोशल मीडिया अभियान, कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग दोहराई
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, कांग्रेस ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता प्रकट करते हुए सोमवार को सोशल मीडिया पर अभियान चलाया, जिसके तहत पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा और लोगों से किसानों का साथ देने की अपील की.

भाजपा का किसानों से आग्रह : कृषि कानूनों पर गलतफहमी में नहीं रहें, एमएसपी जारी रहेगी
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों का विरोध जारी रहने के बीच भाजपा ने उनसे आग्रह किया कि वे इन सुधारों को लेकर "गलतफहमी" में नहीं रहें. इसके साथ ही पार्टी ने जोर दिया कि इन सुधारों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और मंडी व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं है तथा सरकार द्वारा अनाज की खरीद के साथ पुरानी व्यवस्था भी कायम रहेगी.
निर्णायक लड़ाई के लिए दिल्ली आए हैं, कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा : किसान नेताओं ने कहा
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने सोमवार को कहा कि वे ''निर्णायक'' लड़ाई के लिए राष्ट्रीय राजधानी आए हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की प्रेसवार्ता में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, हमारे आंदोलन को दबाने के लिए हमारे खिलाफ 31 मामले दर्ज किए गए हैं.
प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिनिधियों ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम निर्णायक लड़ाई के लिए दिल्ली आए हैं.
बुराड़ी में किसानों ने निकाला मार्च, जारी रहेगा आंदोलन
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, बुराड़ी के निरंकारी मैदान में किसानों ने नये कृषि कानून को लेकर रोष मार्च निकाला है. किसानों का कहना है जब तक कानून वापस नही होता आंदोलन जारी रहेगा. सरकार गलत कह रही है कि यह कानून किसान के हित में है. किसान को उचित मूल्य नही मिल रहा है. सरकार हमारे नेताओं से बात करे और अपने काला कानून वापस ले.
Farmers Protest Updates: MSP भी जीवित है और मंडी भी : प्रकाश जावड़ेकर
दिल्ली और उसके आसपास हजारों की संख्या में किसान कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच, केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कृषि कानून पर गलतफहमी ना रखें. पंजाब के किसानों ने पिछले साल से ज्यादा धान मंडी में बेचा और ज़्यादा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचा है. MSP भी जीवित है और मंडी भी जीवित है और सरकारी खरीद भी हो रही है.
Farmers Protest LIVE: कृषि मंत्री और अमित शाह की बैठक खत्म
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, किसानों के आंदोलन के बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और गृह मंत्री अमित शाह के बीच सोमवार को हुई बैठक खत्म हो गई है. किसान आंदोलन के सिलसिले में यह मुलाकात हुई.

Delhi Chalo March Farmers Protest LIVE केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की नए कृषि कानून पर सफाई
किसान आंदोलन के बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि नए कृषि कानून APMC मंडियों को समाप्त नहीं करते हैं।. मंडियां पहले की तरह ही चलती रहेंगी. नए कानून ने किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आज़ादी दी है. जो भी किसानों को सबसे अच्छा दाम देगा वो फसल खरीद पायेगा चाहे वो मंडी में हो या मंडी के बाहर.
Farmers Protest in Delhi Today: अमित शाह से मिले कृषि मंत्री तोमर
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, किसान संगठनों और सरकार के बीच गतिरोध बरकरार है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं. किसान आंदोलन को लेकर मुलाकात हो रही है.
Farmers Protest Updates: ट्रॉलियों में बन रहा अलग-अलग खाना, हो रहा भांगड़ा
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, जीटी करनाल रोड पर हरियाणा के कुंडली में दोनों तरफ ट्रैक्टर दिखाई दे रहे हैं. गुरुपर्व पर आंदोलनरत किसान भांगड़ा कर रहे हैं. ट्रॉलियों में अलग अलग खाना बन रहा है. ट्रॉली में जरूरत का हर सामान मौजूद है. किसानों की टोलियां आगे बढ़ रही हैं और अलग अलग खाना बन रहा है. 

Farmers Protest LIVE: टिकरी बॉर्डर पर चौथे दिन किसानों का जमावड़ा
एनडीटीवी की संवाददाता के मुताबिक, टिकरी बॉर्डर पर लगातार चौथे दिन भी किसानों का जमावड़ा बना हुआ है. जिसकी वजह से रास्ता बंद है. यह दिल्ली बहादुरगढ़ हाईवे है. यह सड़क रोहतक और बहादुरगढ़ की तरफ जाती है. बॉर्डर बंद होने की वजह से लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है. लोगों को दूसरे रास्तों से होकर जाना पड़ता है, जिसकी वजह से वो 2 से 3 घंटे जाम में फंस रहे हैं.  
कानून रद्द होने तक दिल्ली में डटे रहेंगे : आंदोलनरत किसान
दिल्ली के बुराड़ी के निरंकारी मैदान में किसान कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.  एनडीटीवी के संवाददाता ने प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत की. फरीदकोट के किसान दिलीप सिंह और बिंदा सिंह से बात की. उनका कहना सब किसान अब यहां नही आ सकते हैं. किसान बिना वजह घर छोड़कर प्रदर्शन नही कर रहे हैं. बात लीडर से करें. हम वापस चले जायेंगे. अपना राशन लेकर आए हैं. जब तक कानून रद्द नहीं होगा, नही जाएंगे. लोगों की समस्या सरकार हल कर देगी. वो हमारी बात मान ले. ये कानून किसान के हित में नहीं है. 

किसानों का प्रदर्शन राजनीतिक नहीं : अमित शाह
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, केंद्र के नये कृषि कानूनों के विरुद्ध हजारों किसानों के आंदोलन के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि ये कानून किसानों के कल्याण के लिए हैं और उनका आंदोलन अराजनीतिक है. शाह ने संवाददाताओं से कहा, ''नये कृषि कानून किसानों के कल्याण के लिए हैं. लंबे समय बाद किसान एक बंधन वाली व्यवस्था से बाहर आ रहे हैं.''उन्होंने कहा, ''जो भी राजनीतिक रूप से इनका विरोध करना चाहते हैं, करते रहें. मैंने कभी नहीं कहा कि किसानों का प्रदर्शन राजनीतिक है और ना कभी कहूंगा.''
दिल्ली बॉर्डर पर डटे रहे किसान
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बार्डर पर किसानों का प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा. किसान बुराड़ी में शिफ्ट होने के लिए तैयार नहीं हैं. v
किसान संगठनों ने दी दिल्ली के सभी प्रवेश मार्गों को बंद करने की चेतावनी
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, नये कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर पिछले चार दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों के उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी स्थित मैदान में जाने के बाद बातचीत शुरू करने के केंद्र के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और कहा कि वे कोई सशर्त बातचीत स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि वे राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले सभी पांच प्रवेश मार्गो को बंद कर देंगे.
हरियाणा की कई खापों ने किसान आंदोलन में शामिल होने का निर्णय लिया
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, हरियाणा की कई खापों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के ''''दिल्ली चलो'''' आह्वान में शामिल होने का रविवार को निर्णय लिया. हरियाणा की दादरी सीट से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने बताया कि रोहतक में हुई 30 खापों (जाति परिषद) के प्रमुखों की बैठक में यह निर्णय लिया गया. वह ''सांगवान खाप'' के प्रमुख भी हैं. उन्होंने कहा, ''बैठक में भाग लेने वाली सभी खापों ने दिल्ली सीमा पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हजारों किसानों का आम सहमति से समर्थन करने का फैसला किया.''

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