
ईपीएफओ ने अग्रिम दावों के लिए ऑटो-सेटलमेंट सीमा को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है. इसका मकसद ईपीएफओ सदस्यों को खासतौर पर इमरजेंसी के समय में तेजी से फंड मुहैया कराना है. माना जा रहा है कि सरकार के इस ऐलान से लाखों सदस्यों को फायदा होगा. ईपीएफओ ने सदस्यों को तुरंत आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए कोविड-19 महामारी के दौरान पहली बार अग्रिम दावों के ऑटो-सेटलमेंट की शुरुआत की थी. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया की तरफ से इस बात की आधिकारिक पुष्टि की गई है.
एटीएम से भी हो सकेगा विड्रॉल
रिटायरमेंट फंड का प्रबंधन करने वाली बॉडी ईपीएफओ के सदस्य जल्द ही एटीएम या यूपीआई जैसे अन्य तरीकों से अपने पीएफ अकाउंट से पैसे विड्रॉल कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें अपने बैंक खातों को ईपीएफ से जोड़ना होगा. एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि श्रम मंत्रालय एक ऐसी परियोजना पर काम कर रहा है, जिसमें ईपीएफ का एक निश्चित हिस्सा रोक लिया जाएगा. फिर एक बड़ा हिस्सा यूपीआई या एटीएम डेबिट कार्ड जैसे विभिन्न तरीकों से निकाला जा सकेगा.
जल्द दूर होंगी मुश्किलें
सूत्र ने यह भी कहा कि इस प्रणाली को लागू करने में कुछ सॉफ्टवेयर चुनौतियां हैं, जिन्हें हल किया जा रहा है. इस समय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सदस्यों को अपने ईपीएफ निकासी दावों के लिए आवेदन करना पड़ता है, जिसमें समय लगता है. स्वत: निपटान माध्यम के तहत आवेदन पत्र दाखिल करने के तीन दिन के भीतर निकासी दावों का बिना किसी मानव हस्तक्षेप के इलेक्ट्रॉनिक रूप से निपटारा किया जाता है.
ईपीएफओ को मिले नए मेंबर
श्रम मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी पेरोल आंकड़ों के अनुसार, सेवानिवृत्ति निधि निकाय ईपीएफओ ने अप्रैल, 2025 में शुद्ध आधार पर 19.14 लाख सदस्य जोड़े. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह आंकड़ा मार्च, 2025 की तुलना में 31.31 प्रतिशत और अप्रैल, 2024 की तुलना में 1.17 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. ईपीएफओ ने अप्रैल, 2025 में लगभग 8.49 लाख नए सदस्यों को नामांकित किया, जो मार्च, 2025 की तुलना में 12.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. नए सदस्यों में यह वृद्धि रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के सफल पहुंच कार्यक्रमों के कारण हो सकती है.
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