श्रीनगर में भूकंप के झटके के बाद बाहर निकले लोग...
नई दिल्ली:
दिल्ली और एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी ये झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान बताया गया है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 बतायी। भूकंप का केंद्र 28.7 किमी की गहराई पर था। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी इसका असर पड़ा।
भूकंप को लेकर अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया, कोलकाता में अपनी टेबल पर बैठा हूं, थोड़ी देर से हिल रही है, ऐसा लगा कि कोई मशीन का काम चल रहा है लेकिन नहीं....ये तो भूकंप है।
होटल के स्टाफ ने अभी-अभी कन्फर्म किया है..ये भूकंप ही है। फिलहाल किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है, उम्मीद है बाकी सब जगहों पर भी सब ठीक होगा।
दक्षिणी हिन्द महासागर में आया था 7.1 तीव्रता का भूकंप
उल्लेखनीय है कि 4 दिसंबर को भी दक्षिणी हिंद महासागर में 7.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, लेकिन इससे जान-माल की किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई थी। यूएसजीएस ने बताया था कि मैकडोनल्ड द्वीप और हर्ड द्वीप के पूर्व-पूवोत्तर में करीब 1020 किलोमीटर दूर सुबह छह बजकर 24 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात दस बजकर 24 मिनट पर) भूकंप आया। इसका केंद्र दक्षिणपूर्व भारतीय रिज में था जो दक्षिणी हिंद महासागर के सागर तल पर स्थित एक टेक्टिोनिक प्लेट सीमा है।
30 नवंबर को नेपाल में
30 नवंबर को नेपाल में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे, जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई थी। यह जानकारी देश के नेशनल सिस्मोलॉजिकल सेंटर ने दी है। इसका केंद्र बुद्धनीलकंठ मंदिर के पास स्थित शिवपुरी नागाजरुन नेशनल पार्क में था, जो यहां से 15 किलोमीटर उत्तर में है। जान-माल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है।
नेपाल में 25 अप्रैल, 2015 को आए भीषण भूकंप के बाद से यहां अब तक कम से कम 414 झटके महसूस किए जा चुके हैं। इससे पांच दिन पहले काठमांडो के गोथाटर इलाके में भी 3.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
पेरू में भी आया था भूकंप
25 नवंबर को पेरू के पूर्वी हिस्से में 7.5 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, लेकिन इससे जान-माल के किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं थी। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की खबर के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजकर 45 मिनट पर आए इस भूकंप का केंद्र इबेरिया से 173 किमी पश्चिम पश्चिमोत्तर में तथा राजधानी लीमा से 681 किमी पूर्व पूर्वोत्तर में 602 किमी की गहराई पर था। गौरतलब है कि पेरू में 15 अगस्त, 2007 को आए तीव्र भूकंप में 595 लोग मारे गए थे।
दिल्ली-एनसीआर सहित जम्मू-कश्मीर में
22 नवंबर देर रात रात 11 बजकर 49 मिनट पर दिल्ली-एनसीआर सहित जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भूंकप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 मापी गई। देश में सबसे तेज़ झटके जम्मू-कश्मीर में महसूस किए थे। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की सूचना के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से करीब 300 किलोमीटर अश्कशाम में सतह से 90 किलोमीटर की गहराई पर था।
26 अक्टूबर को दहला था पाकिस्तान
इससे पहले 26 अक्टूबर को पाकिस्तान का उत्तरी हिस्सा शक्तिशाली भूकंप से दहल गया था जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से अधिक घायल हुए थे, वहीं अफगानिस्तान में कम से कम 31 लोग मारे गए थे, जिनमें एक स्कूल की 12 छात्राएं भी शामिल थीं।
ये भी पढ़ें-
भूकंप आने पर बचने के लिए क्या करें, क्या न करें...
भूकंप को लेकर अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया, कोलकाता में अपनी टेबल पर बैठा हूं, थोड़ी देर से हिल रही है, ऐसा लगा कि कोई मशीन का काम चल रहा है लेकिन नहीं....ये तो भूकंप है।
T 2083 - Sitting on my table in Kolkata and its been shaking for a while .. thinking its some machine work going on .. NO ..Earthquake !!
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) December 7, 2015
होटल के स्टाफ ने अभी-अभी कन्फर्म किया है..ये भूकंप ही है। फिलहाल किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है, उम्मीद है बाकी सब जगहों पर भी सब ठीक होगा।
T 2083 - Hotel staff just confirms and it is an EARTHQUAKE .. !! No damage here .. all well so far .. Hope all else is well elsewhere too !!
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) December 7, 2015
दक्षिणी हिन्द महासागर में आया था 7.1 तीव्रता का भूकंप
उल्लेखनीय है कि 4 दिसंबर को भी दक्षिणी हिंद महासागर में 7.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, लेकिन इससे जान-माल की किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई थी। यूएसजीएस ने बताया था कि मैकडोनल्ड द्वीप और हर्ड द्वीप के पूर्व-पूवोत्तर में करीब 1020 किलोमीटर दूर सुबह छह बजकर 24 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात दस बजकर 24 मिनट पर) भूकंप आया। इसका केंद्र दक्षिणपूर्व भारतीय रिज में था जो दक्षिणी हिंद महासागर के सागर तल पर स्थित एक टेक्टिोनिक प्लेट सीमा है।
30 नवंबर को नेपाल में
30 नवंबर को नेपाल में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे, जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई थी। यह जानकारी देश के नेशनल सिस्मोलॉजिकल सेंटर ने दी है। इसका केंद्र बुद्धनीलकंठ मंदिर के पास स्थित शिवपुरी नागाजरुन नेशनल पार्क में था, जो यहां से 15 किलोमीटर उत्तर में है। जान-माल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है।
नेपाल में 25 अप्रैल, 2015 को आए भीषण भूकंप के बाद से यहां अब तक कम से कम 414 झटके महसूस किए जा चुके हैं। इससे पांच दिन पहले काठमांडो के गोथाटर इलाके में भी 3.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
पेरू में भी आया था भूकंप
25 नवंबर को पेरू के पूर्वी हिस्से में 7.5 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, लेकिन इससे जान-माल के किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं थी। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की खबर के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजकर 45 मिनट पर आए इस भूकंप का केंद्र इबेरिया से 173 किमी पश्चिम पश्चिमोत्तर में तथा राजधानी लीमा से 681 किमी पूर्व पूर्वोत्तर में 602 किमी की गहराई पर था। गौरतलब है कि पेरू में 15 अगस्त, 2007 को आए तीव्र भूकंप में 595 लोग मारे गए थे।
दिल्ली-एनसीआर सहित जम्मू-कश्मीर में
22 नवंबर देर रात रात 11 बजकर 49 मिनट पर दिल्ली-एनसीआर सहित जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भूंकप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 मापी गई। देश में सबसे तेज़ झटके जम्मू-कश्मीर में महसूस किए थे। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की सूचना के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से करीब 300 किलोमीटर अश्कशाम में सतह से 90 किलोमीटर की गहराई पर था।
26 अक्टूबर को दहला था पाकिस्तान
इससे पहले 26 अक्टूबर को पाकिस्तान का उत्तरी हिस्सा शक्तिशाली भूकंप से दहल गया था जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से अधिक घायल हुए थे, वहीं अफगानिस्तान में कम से कम 31 लोग मारे गए थे, जिनमें एक स्कूल की 12 छात्राएं भी शामिल थीं।
ये भी पढ़ें-
भूकंप आने पर बचने के लिए क्या करें, क्या न करें...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं