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मुंबई के चेंबूर में काली माता को मदर टेरेसा का रूप देने पर विवाद, विरोध के बाद पुजारी गिरफ्तार

मुंबई के चेंबूर में मंदिर में नियमित दर्शन करने गए कुछ श्रद्धालुओं ने देखा कि काली माता की पारंपरिक मूर्ति के वस्त्र और स्वरूप को बदलकर उसे मदर टेरेसा जैसा बना दिया गया है. यह दृश्य देखकर श्रद्धालुओं ने आपत्ति जताई.

मुंबई के चेंबूर में काली माता को मदर टेरेसा का रूप देने पर विवाद, विरोध के बाद पुजारी गिरफ्तार
सांकेतिक तस्वीर

मुंबई के चेंबूर क्षेत्र में स्थित एक मंदिर में स्थापित काली माता की प्रतिमा को मदर टेरेसा का स्वरूप देने के बाद स्थानीय श्रद्धालुओं और कुछ हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध जताया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी पुजारी को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस के अनुसार, मंदिर में नियमित दर्शन करने गए कुछ श्रद्धालुओं ने देखा कि काली माता की पारंपरिक मूर्ति के वस्त्र और स्वरूप को बदलकर उसे मदर टेरेसा जैसा बना दिया गया है. यह दृश्य देखकर श्रद्धालुओं ने आपत्ति जताई और तुरंत मंदिर प्रशासन से सवाल किए, लेकिन मंदिर प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. मामले की सूचना मिलने पर हिंदू संगठन भी मौके पर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. विवाद बढ़ने पर स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी.

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'काली माता ने सपने में आकर...' 

पुजारी से पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को एक असामान्य कारण बताया. उसके मुताबिक, उसने यह बदलाव किसी धार्मिक या सामाजिक उद्देश्य से नहीं किया, बल्कि उसके अनुसार काली माता ने सपने में आकर उसे ऐसा करने का निर्देश दिया था.

पुजारी का दावा था कि देवी के ‘आदेश' के सम्मान में ही उसने प्रतिमा को नए स्वरूप में सजाया. हालांकि श्रद्धालुओं और संगठनों ने इस तर्क को स्वीकार नहीं किया और इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कदम बताया.

हिंदू संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन

स्थानीय हिंदू संगठनों ने इस घटना के खिलाफ तुरंत विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए. उनका कहना था कि देवी-देवताओं के स्वरूप में इस तरह के परिवर्तन न केवल धार्मिक भावनाओं का अपमान हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी प्रभावित कर सकते हैं. बढ़ते विरोध को देखते हुए पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए पुजारी को हिरासत में लिया और बाद में औपचारिक रूप से मुकदमा दर्ज किया.

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि पुजारी ने यह कदम अकेले उठाया था या इसके पीछे किसी अन्य व्यक्ति या समूह की भूमिका थी. फिलहाल मंदिर परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और माहौल को शांत बनाए रखने के लिए पुलिस की गश्त जारी है. गांव में भी पुलिस बल तैनात कर दिया है, जो क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखेगा.

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