जम्मू: सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने जम्मू क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर 2024 के लिए आतंकवाद रोधी योजना की समीक्षा की और आतंकवादियों के विरुद्ध संचालन रणनीति की रूपरेखा तैयार की. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि उत्तरी कमान के कमांडर ने बृहस्पतिवार को राजौरी सेक्टर में अग्रिम इलाकों का दौरा किया. उन्होंने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने राजौरी-पुंछ क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर परिचालन तैयारियों की समीक्षा की.
उन्होंने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता भी की. उन्होंने उभरते परिदृश्य की गहरी समझ की आवश्यकता को रेखांकित किया. उन्होंने भारत के विरोधियों और प्रायोजित आतंकवादियों के शत्रुतापूर्ण मंसूबों को परास्त करने के लिए 2024 के लिए 'स्ट्रैट 24' की रूपरेखा भी तैयार की.
उन्होंने सुरक्षा बलों, पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), खुफिया एजेंसियों और नागरिक प्रशासन के बीच उत्कृष्ट तालमेल की भी सराहना की. अधिकारियों ने बताया कि बैठक में हिस्सा लेने वाले जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर आर स्वैन, एडीजी (कानून व्यवस्था) विजय कुमार, जम्मू के एडीजी आनंद जैन और आईजी सीआरपीएफ संजीव खिरवार ने 2024 के लिए आतंकवाद रोधी अभियान योजना पर चर्चा में योगदान दिया.
उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र में आतंकवाद की जड़ों को खत्म करने, वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए तालमेल से काम करने का आश्वासन दिया. राजौरी-पुंछ क्षेत्र में उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए यह चौथी उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक है.
उन्होंने कहा कि राजौरी और पुंछ जिले पहले शांतिपूर्ण थे लेकिन वहां हाल में सेना और नागरिकों पर आतंकवादियों द्वारा लक्षित हमले देखे गए हैं. वर्ष 2023 में राजौरी और पुंछ में आतंकवादियों के चार हमलों में उन्नीस सैनिक शहीद हो गए थे. सुरक्षा बलों ने हालांकि पिछले साल दोनों जिलों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ-साथ भीतरी इलाकों में 30 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है.
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