
फाइल फोटो
मुंबई:
बीजेपी सरकार में मजबूत महिला मंत्री पंकजा मुंडे भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गई हैं। पंकजा दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं और फिलहाल महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में महिला एवं बाल कल्याण विभाग की मंत्री हैं।
मुंडे को घेरते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता अनंत गाडगिल ने एनडीटीवी इण्डिया से कहा, 'पंकजा मुंडे ने एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना के तहत 206 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। पंकजा मुंडे ने एक दिन में 24 सरकारी आदेश जारी किए। इन आदेशों के तहत 206 करोड़ रुपए की वस्तुएं खरीदी गई। यह खरीदी सरकारी प्रक्रिया के अनुसार नहीं हुई। खरीदारी में कुछ संस्थाओं को विशेष लाभ दिए गए। जिस तहत हुई 80 करोड़ रुपए की चिक्की की खरीद सबसे ज्यादा आपत्तिजनक है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने हालांकि देर शाम को एक बयान जारी कर पंकजा का बचाव करते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया पंकजा ने कुछ भी गलत नहीं किया और जरूरत पड़ी तो इस मुद्दे की जांच कराई जाएगी।
यह मुद्दा बच्चों के लिए स्नैक्स, चटाइयां, बर्तन और किताबों की कथित खरीद से संबंधित हैं जो मुंडे के मंत्रालय ‘महिला एवं बाल विकास मंत्रालय’ ने एकीकृत बाल विकास सेवाओं के तहत बच्चों के लिए खरीदीं।
पंकजा मुंडे देश से बाहर हैं और फडणवीस ने बताया कि उन्होंने ईमेल के जरिये एक बयान भेजकर कुछ भी गलत किए जाने से इनकार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि (पंकजा की ओर से) कुछ भी गलत नहीं किया गया। अगर जरूरत पड़ी तो हम मुद्दे की जांच कराएंगे। पंकजा ने मुझे बताया कि उन्होंने कोई अनियमितता नहीं की और वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कथित अनियमितताओं की सीबीआई अथवा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराने की मांग की और उसे गंभीर करार दिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुंडे के त्यागपत्र की मांग करेंगे, चव्हाण ने कहा, चाहे वह पंकजा मुंडे हों या विनोद तावड़े (शैक्षिक योग्यता विवाद में फंसे शिक्षा मंत्री), यह सरकार किसी को भी हटाएगी नहीं। आखिरकार सभी आरोपों का सामना करना मोदी सरकार की नीति है।
(इनपुट्स भाषा से भी)
मुंडे को घेरते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता अनंत गाडगिल ने एनडीटीवी इण्डिया से कहा, 'पंकजा मुंडे ने एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना के तहत 206 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। पंकजा मुंडे ने एक दिन में 24 सरकारी आदेश जारी किए। इन आदेशों के तहत 206 करोड़ रुपए की वस्तुएं खरीदी गई। यह खरीदी सरकारी प्रक्रिया के अनुसार नहीं हुई। खरीदारी में कुछ संस्थाओं को विशेष लाभ दिए गए। जिस तहत हुई 80 करोड़ रुपए की चिक्की की खरीद सबसे ज्यादा आपत्तिजनक है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने हालांकि देर शाम को एक बयान जारी कर पंकजा का बचाव करते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया पंकजा ने कुछ भी गलत नहीं किया और जरूरत पड़ी तो इस मुद्दे की जांच कराई जाएगी।
यह मुद्दा बच्चों के लिए स्नैक्स, चटाइयां, बर्तन और किताबों की कथित खरीद से संबंधित हैं जो मुंडे के मंत्रालय ‘महिला एवं बाल विकास मंत्रालय’ ने एकीकृत बाल विकास सेवाओं के तहत बच्चों के लिए खरीदीं।
पंकजा मुंडे देश से बाहर हैं और फडणवीस ने बताया कि उन्होंने ईमेल के जरिये एक बयान भेजकर कुछ भी गलत किए जाने से इनकार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि (पंकजा की ओर से) कुछ भी गलत नहीं किया गया। अगर जरूरत पड़ी तो हम मुद्दे की जांच कराएंगे। पंकजा ने मुझे बताया कि उन्होंने कोई अनियमितता नहीं की और वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कथित अनियमितताओं की सीबीआई अथवा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराने की मांग की और उसे गंभीर करार दिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुंडे के त्यागपत्र की मांग करेंगे, चव्हाण ने कहा, चाहे वह पंकजा मुंडे हों या विनोद तावड़े (शैक्षिक योग्यता विवाद में फंसे शिक्षा मंत्री), यह सरकार किसी को भी हटाएगी नहीं। आखिरकार सभी आरोपों का सामना करना मोदी सरकार की नीति है।
(इनपुट्स भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
महाराष्ट्र, पंकजा पर घोटाले का आरोप, देवेंद्र फडणवीस, पंकजा मुंडे, महाराष्ट्र सरकार, Maharashtra, Maharashtra Government, Pankaja Munde, Devendra Fadnavis