दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मंगलवार को बवाना थाने में सोनम वांगचुक से मिलने के लिए पहुंची लेकिन उन्हें सोनम वांगचुक से मिलने से रोक दिया गया. आतिशी ने कहा कि वह इसकी निंदा करती हैं. इससे पहले आतिशी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर किया था. अपनी इस पोस्ट में भी उन्होंने कहा था कि वह सोनम वांगचुक से मिलने पहुंचेगी. आतिशी ने कहा था कि क्या लद्दाख के लोकतांत्रिक हक मांगना गलत है?
आतिशी ने कहा, "शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे सोनम वांगचुक और लद्दाख के लोग, जो कल 2 अक्टूबर को बापु की समाधी पर दर्शन करने जा रहे थे, उनको केंद्रीय सरकार ने गिरफ्तार कर लिया. इतना ही नहीं पुलिस ने मेरी स्टेशन में एंट्री करवाई लेकिन मुझे उनसे मिलने नहीं दिया. यह सरकार की तानाशाही है. लद्दाख में एलजी राज खत्म होना चाहिए और उसी तरह दिल्ली में भी यह एलजी राज खत्म होना चाहिए."
बता दें कि सोनम वांगचुक को सोमवार रात को सिंघू बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया था. सोनम वांगचुक अपनी 700 किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए सोमवार रात को ही दिल्ली पहुंचे थे.
वांगचुक के साथ आए डेढ सौ लोगों को भी पुलिस ने डिटेन किया है. सोनम वांगचुक जैसे ही दिल्ली में दाखिल हो रहे थे वैसे ही उन्हें पुलिस ने रोक दिया. दिल्ली पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में भारतीय न्याय संहिता 168 लागू था और इस वजह से एक साथ 5 से अधिक लोग ग्रुप नहीं बना सकते हैं. इसी वजह से उन्हें हिरासत में लिया गया है.
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