लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का शनिवार को पटना में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. पासवान के बेटे चिराग ने उन्हें मुखाग्नि दी. उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए भारी भीड़ उमड़ी. चिराग़ पासवान पिता की चिता को मुखाग्नि देने के बाद बेहोश हो गए. उन्होंने अंतिम संस्कार से पहले चिता की परिक्रमा की और अग्नि दी. अचानक वे बेहोश हो गए.
पासवान का गुरुवार रात को दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था. उनकी कुछ दिनों पहले ही हार्ट सर्जरी हुई थी. देश के वरिष्ठ नेताओं में से एक पासवान को अंतिम विदाई देने पटना के दीघा इलाके में जनार्दन घाट पर भारी हुजूम उमड़ा. यहां पूरे सम्मान और रीति-रिवाजों के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ नेता भी घाट पर पहुंचे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी पासवान को श्रद्धांजलि दी.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पासवान बिहार के ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय नेता थे. वह नौ बार लोकसभा सांसद और राज्यसभा के सांसद भी रहे. उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है. बेहद भावुक प्रसाद ने कहा कि आज वह पासवान के परिवार से भी मिले. वे बहुत जल्दी हम सबको छोड़कर चले गए. केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री और पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद को इस मौके अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजा था.
शनिवार सुबह भारी भीड़ की वजह से श्रीकृष्णापुरी स्थित पासवान के घर से उनका पार्थिव शरीर देरी से निकला था. सेना के विशेष वाहन से पासवान की अंतिम यात्रा निकाली गई. इस बीच, नीतीश सरकार में कृषि मंत्री और भाजपा नेता प्रेम कुमार ने रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की है. उन्होंने पासवान को उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी और ये मांग की. श्रद्धांजलि देने वालों में जेडीयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह और गुप्तेश्वर पांडे भी शामिल थे. जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव वहां पहुंचे तो चिराग पासवान उनसे लिपटकर रोने लगे.
पत्नी की तबियत बिगड़ी
रामविलास पासवान की पत्नी का भी रो-रोकर बुरा हाल था. उनकी तबियत बिगड़ गई. इससे पहले रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को विशेष विमान से पटना ले जाया गया. हवाई अड्डे पर पहुंचकर कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पासवान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन से हम सभी दुखी हैं. सीएम ने कहा कि पासवान ने युवा अवस्था से ही समाज के लिए जो काम किया, उसे लोग याद रखेंगे.
छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का गौरव
बता दें कि गुरुवार की शाम दिल्ली के एक अस्पताल में पासवान का निधन हो गया था. वो 74 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले शनिवार को उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी. पासवान केंद्र की मोदी सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे. उन्हें देश के छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का गौरव हासिल है.
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