चीन के हैकरों ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संरचना और बैकिंग सेक्टर पर पिछले पांच दिनों में 40 हजार से अधिक साइबर हमले किए. यह जानकारी मंगलवार को महाराष्ट्र पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी. राज्य पुलिस की साइबर शाखा 'महाराष्ट्र साइबर' के अधिकारियों ने बताया कि इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों को इस तरह के हमले से सतर्क रहना चाहिए और अपने आईटी सिस्टम का साइबर सुरक्षा ऑडिट कराना चाहिए.
साइबर शाखा के विशेष पुलिस महानिरीक्षक यशस्वी यादव ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव के बाद ऑनलाइन हमले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र साइबर ने इन प्रयासों की सूचना जुटाई और उनमें से अधिकतर चीन के चेंगदु इलाके से पाए गए.
उन्होंने कहा, 'हमारी सूचना के मुताबिक, पिछले चार-पांच दिनों में भारतीय साइबर स्पेस के संसाधनों पर साइबर हमले के, कम से कम 40,300 प्रयास हुए.' यादव ने कहा कि हमले का उद्देश्य सेवा देने से मनाही, इंटरनेट प्रोटोकॉल को हाईजैक करना और जाल में फंसाना शामिल है. आईजीपी ने कहा कि भारत के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को इस तरह के हमले पर ध्यान देना चाहिए, ठोस 'फायरवाल' बनाना चाहिए और साइबर सुरक्षा ऑडिट कराना चाहिए.
महाराष्ट्र के साइबर अधिकारियों के मुताबिक, इन हैकर्स के पास करीब 20 लाख भारतीय ई-मेल आईडी होने का संदेह है.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के अधिकारियों के साथ ही निजी इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को इन हमलों से सुरक्षा करनी चाहिए, जहां फर्जी ई-मेल या संदेश भेजकर गोपनीय पासवर्ड या पास कोड हासिल करने का प्रयास किया जाता है. इस तरह का एक फर्जी ई-मेल 'एनकोव2019एटगोवडॉटइन' पाया गया है, जो दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद के निवासियों को नि:शुल्क कोविड-19 जांच के लिए फर्जी सूचना के तौर पर भेजा जाता है.
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