विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Oct 01, 2018

फेयरवेल भाषण में बोले CJI दीपक मिश्रा, 'जस्टिस विद इक्विटी' तभी सार्थक होगा जब हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा (Justice Dipak Misra) मंगलवार को रिटायर हो रहे हैं. अपने फेयरवेल पर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि मैं लोगों को इतिहास के तौर पर जज नहीं करता.

Read Time: 4 mins
फेयरवेल भाषण में बोले CJI दीपक मिश्रा, 'जस्टिस विद इक्विटी' तभी सार्थक होगा जब हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा
जस्टिस दीपक मिश्रा 2 अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं.
नई दिल्ली: चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा (Justice Dipak Misra) मंगलवार को रिटायर हो रहे हैं. अपने फेयरवेल पर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि मैं लोगों को इतिहास के तौर पर जज नहीं करता. उन्होंने कहा कि मैं यह भी नहीं कह सकता कि अपनी जुबान रोको, ताकि मैं बोल सकूं. मैं आपकी बात सुनूंगा और अपने तरीके से अपनी बात रखूंगा. मैं लोगों को इतिहास से नहीं उनकी गतिविधियों और सोच से जज करता हूं. उन्होंने कहा कि समता के साथ न्याय यानी 'जस्टिस विद इक्विटी' तब सार्थक होगा जब देश के सुदूर इलाके के हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा.
 
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि न्याय का मानवीय चेहरा और मानवीय वैल्यू होना चाहिए. उन्होंने कहा कि गरीब आदमी के आंसू और अमीर के आंसू के बराबर हैं. उन्होंने कहा कि मैं भी युवा पीढ़ी का हिस्सा हूं. इंसाफ का चेहरा और रवैया मानवीय होना चाहिए. न्याय के दोनों पलड़ों में संतुलन होना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि आंसू मोती हैं. मैं उन्हें इंसाफ के दामन से समेटना चाहता हूं. अमीर और गरीब के आंसू अलग-अलग नहीं होते हैं. उन्होंने कहा कि जस्टिस गोगोई न्यायिक स्वायत्तता और गरिमा की आगे बढ़ाते रहेंगे.  

यह भी पढ़ें : भारत के अगले CJI रंजन गोगोई इस पद पर पहुंचने वाले पूर्वोत्तर के पहले शख्स हैं, जानिये उनसे जुड़ी 5 बातें... 

चीफ जस्टिस ने कहा कि भारतीय न्यायपालिका पूरी दुनिया में सबसे मजबूत है. यहां लोगों के अधिकारों को सुरक्षित रखा जाता है. ये सब जजों की वजह से ही संभव है. उन्होंने कहा कि हमलों के बावजूद हमारी न्यायपालिका मजबूती से खड़ी है. उन्होंने कहा कि भारतीय न्यायिक व्यवस्था दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है. मैंने भारतीय न्यायपालिका का संबोधन बदल कर हमारी न्यायपालिका कर दिया है. समता के साथ न्याय यानी 'जस्टिस विद इक्विटी' तब सार्थक होगा जब देश के सुदूर इलाके के हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा.

यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट में कैसे होती है चीफ जस्टिस की नियुक्ति, कौन होता है योग्य, जानें सब कुछ

इससे पहले भावी चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि उनका नागरिक स्वतंत्रता में बड़ा योगदान है. न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा कि न्यायमूर्ति मिश्रा उत्कृष्ठ न्यायाधीश हैं. उन्होंने कहा, 'यदि हम अपने सांविधानिक आदर्शो पर सही मायने में कायम करने में विफल रहे, तो हम एक दूसरे को मारते रहेंगे और नफरत करते रहेंगे.'

VIDEO : CJI पद के लिए जस्टिस गोगोई के नाम की सिफारिश


न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा कि शीर्ष अदालत के सभी न्यायाधीश प्रतिबद्ध हैं और वे सदैश प्रतिबद्ध रहेंगे. न्यायमूर्ति गोगोई ने प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के सम्मान में आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'हम ऐसे समय में रह रहे हैं जिसमें हमें क्या खाना चाहिए, पहनना चाहिए, हमारी निजी जिंदगी की छोटी बातें नहीं रह गई हैं.' न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा मंगलवार को प्रधान न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
कंगना, कन्हैया, सुप्रिया... हॉट सीटों पर कौन किसको दे रहा मात?
फेयरवेल भाषण में बोले CJI दीपक मिश्रा, 'जस्टिस विद इक्विटी' तभी सार्थक होगा जब हर व्यक्ति को न्याय मिलेगा
300 किलो वजन, 700 किमी रेंज, क्या है आसमान में छोड़ा गया यह अपना 'अग्निबाण'!
Next Article
300 किलो वजन, 700 किमी रेंज, क्या है आसमान में छोड़ा गया यह अपना 'अग्निबाण'!
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;