CBI vs CBI: सीबीआई में 'महासंग्राम' के ये हैं बड़े किरदार, जानें इस मामले से जुड़े हर शख्स के बारे में
CBI vs CBI LIVE Updates:
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, "सीबीआई अब बीबीआई (बीजेपी ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) बन गई है.. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है."
-सीबीआई में विवाद के बाद बड़े पैमाने पर अफसरों का ट्रांसफर हुआ है. इसमें स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच कर रहे डिप्टी एसपी एके बस्सी को पोर्ट ब्लेयर (अंडमान) भेज दिया गया.
-राजस्थान के झालावाड़ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बरसते हुए कहा, "कल रात 'चौकीदार' ने CBI के डायरेक्टर को हटाया, क्योंकि CBI राफेल पर सवाल उठा रही थी..."
-CBI के शीर्ष अधिकारियों को छुट्टी पर भेजे जाने को लेकर कांग्रेस ने किया नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला. अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "CBI एक्ट का उल्लंघन किया गया..."Kal raat chowkidar ne CBI ke Director ko hataya kyunki CBI Rafale pe sawal utha rahi thi: Congress President Rahul Gandhi in Rajasthan's Jhalawar pic.twitter.com/nyIFJRiANy
— ANI (@ANI) October 24, 2018
-CBI के दोनों शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ जांच करना CVC का अधिकारक्षेत्र : वित्तमंत्री अरुण जेटली
#WATCH: Union Min Arun Jaitley says, "CVC in its yesterday's meeting said neither these 2 officers (Arun Verma & Rakesh Asthana) nor any agency under their supervision can investigate charges against them. So the officers will sit out by going on leave. It's an interim measure" pic.twitter.com/NHffr1WLeD
— ANI (@ANI) October 24, 2018
-एसआईटी के गठन के सवाल पर अरुण जेटली ने कहा कि यह हमारा काम नहीं है. यह एजेंसी का काम है. ये उन पर निर्भर है. सीवीसी क्या सीबीआई को रिकमेंड करती है. राकेश अस्थाना के पीएम के ब्लू आइज ब्वॉय के सवाल पर अरुण जेटली ने कहा कि क्रिमिनल केस में रेड आई या ब्लू आई मैटर नहीं करता है. सबूत महत्वपूर्ण होते हैं.
- CBI के दोनों शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ जांच करना CVC का अधिकारक्षेत्र : वित्तमंत्री अरुण जेटली
- CBI में अधिकारियों के तबादले किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, "CBI प्रमुख जांच एजेंसी है, और उसकी संस्थागत अखंडता बनाए रखने के लिए अनिवार्य है कि जांच निष्पक्ष हो..."
CBI's JD (P)Arun Kumar Sharma, A Sai Manohar, HoZ V Murugesan and DIG Amit Kumar have been transferred/posted. They were a part of the team probing the case against CBI's Rakesh Asthana. pic.twitter.com/VWgI8KgkWU
— ANI (@ANI) October 24, 2018
CBI DIG MAnish Kumar Sinha, DIG Taurn Gauba, DIG Jasbir Singh, DIG Anish Prasad, DIG KR Chaurasia, HoB Ram Gopal and SP Satish Dagar have been transferred. They were probing the case against CBI's Rakesh Asthana. pic.twitter.com/jOEkOMld9m
— ANI (@ANI) October 24, 2018
#FLASH Dy SP CBI AK Bassi has been transferred and posted as Dy SP CBI, ACB Port Blair and Addnl SP CBI SS Gum transferred and posted as CBI, ACB Jabalpur, they were probing the case against CBI's Rakesh Asthana
— ANI (@ANI) October 24, 2018
- आलोक वर्मी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के आदेश को चुनौती देने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि 'सीबीआई डायरेक्टर को गलत तरीके से हटाया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने तय किया था कि सीबीआई डायरेक्टर का टर्म दो साल का फिक्स होगा और सिर्फ सेलेक्शन कमेटी ही सीबीआई डायरेक्टर को हटा सकता है. मैं शुक्रवार को एक याचिका दायर करूंगा.'
उन्होंने कहा कि 'राफेल डील की जांच सीबीआई नहीं कर सके, इसलिए शायद सीबीआई डायरेक्टर को हटाया गया है. हमने, यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने सीबीआई डायरेक्टर से राफेल डील की जांच की मांग की थी. सीबीआई डायरेक्टर ने राफेल डील से जुड़ी कुछ फाइलें सरकार से मांगी थी.'
- केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, यानी CBI के प्रवक्ता ने बताया, "एम नागेश्वर राव ने अंतरिम निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है... CBI मुख्यालय में कोई कमरा सील नहीं किया गया है..."
- सूत्रों की मानें तो राकेश अस्थाना केस की जांच कर रहे अजय बस्सी को सीबीआई मुख्यालय में बुलाया गया है.
-बताया जा रहा है कि सीबीआई के अंतरिम निदेशक बने नागेश्वर राव सीबीआई हेडक्वार्टर के भीतर हैं और वह अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
-सीबीआई में कलह: हाउस कीपिंग और मेंटनेंस का काम करने वालों को अंदर आने से मना कर दिया गया है. ये लोग कांट्रैक्ट पर काम करते हैं.
इनमें से ज़्यादातर की ड्यूटी 10वें और 11वें फ़्लोर पर है.
- सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार की CBI निदेशक आलोक वर्मा की अर्ज़ी, 26 अक्टूबर को सुनवाई की संभावना.
- सुप्रीम कोर्ट गये सीबीआई के चीफ आलोक वर्मा. आलोक वर्मा ने छुट्टी पर भेजे जाने के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है.CBI Director Alok Verma's petition accepted by the Supreme Court; likely to be heard on October 26
— ANI (@ANI) October 24, 2018
- वकील प्रशांत भूषण चीफ जस्टिस के कोर्ट में पहुंचे.
- CBI निदेशक आलोक वर्मा सुबह 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे.
- CBI में जंग : नंबर 1 आलोक वर्मा और नंबर 2 राकेश अस्थाना छुट्टी पर भेजे गए, संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को CBI का अंतरिम निदेशक बनाया गया.
M Nageshwar Rao appointed interim CBI director with immediate effect; Visuals from outside Central Bureau of Investigation headquarters in Delhi pic.twitter.com/IVr5VhuodO
— ANI (@ANI) October 24, 2018
दरअसल, मंगलवार को अदालत में सुनवाई के दौरान सीबीआई ने कहा कि राकेश अस्थाना और देवेंद्र सिंह के खिलाफ जबरन वसूली और जालसाजी के आरोप जोड़े गए हैं. कुमार को कथित तौर पर घूस लेने, रिकॉर्ड में हेरफेर के मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था. अस्थाना और उनके बॉस सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा से जुड़े इस हाईवोल्टेज ड्रामा ने कांग्रेस और विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया. विपक्षी दलों ने केंद्र पर ‘देश की संस्थाओं को बर्बाद'' करने का आरोप लगाया. अपने ऊपर दर्ज एफआईआर को रद्द करने के लिए अस्थाना ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. इस पर न्यायाधीश ने सीबीआई से कहा कि वह मामले में विशेष निदेशक के खिलाफ शुरू की गई आपराधिक कार्यवाही पर 29 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई तक यथास्थिति बनाए रखे.
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अदालत ने हालांकि स्पष्ट किया कि मामले की प्रकृति और गंभीरता को देखते हुए इस मामले में जारी जांच पर किसी तरह का स्थगन नहीं है. तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच देवेंद्र सिंह ने अपने खिलाफ दायर प्राथमिकी को रद्द करने और मामले से जुड़े दस्तावेजों को सौंपे जाने के लिये दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की. इसके बाद गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी अस्थाना ने भी हाईकोर्ट में ऐसी ही एक याचिका दायर की.
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कौन हैं सीबीआई चीफ आलोक वर्मा (Alok Verma):
आलोक वर्मा 1979 बैच के यूटी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. एक फरवरी, 2017 से सीबीआई के चीफ हैं. दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से डिग्री ली है. अपनी मौजूदा पोस्टिंग से पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर थे. इससे पूर्व वे तिहाड़ जेल के महानिदेशक के रूप में काम कर चुके हैं. दरअसल, सीबीआई के इस तरकराक की वजह से इन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया है.
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कौन हैं स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana):
राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) 1984 बैच के गुजरात कैडर के IPS हैं. वह पहली बार साल 1996 में चर्चा में आए, जब उन्होंने चारा घोटाला मामले में लालू यादव को गिरफ्तार किया. दूसरी तरफ, 2002 में गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आगजनी की जांच के लिए गठित SIT का नेतृत्व भी राकेश अस्थाना ने ही किया था. इसके अलावा वह अहमदाबाद ब्लास्ट और आसाराम केस जैसे तमाम चर्चित मामलों की जांच में शामिल रहे हैं. आपको बता दें कि राकेश अस्थाना को पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर नियुक्त किया गया था. CBI में यह उनकी दूसरी पारी है. इससे पहले वह अतिरिक्त निदेशक के पद पर काम कर चुके हैं. वडोदरा और सूरत के पुलिस कमिश्नर रहे राकेश अस्थाना को पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का करीबी भी माना जाता है.
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क्या है राकेश अस्थाना का पक्ष :
FIR दर्ज होने के बाद राकेश अस्थाना ने CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा (Alok Verma) पर पलटवार करते हुए उन पर ही रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. अस्थाना ने सरकार को एक पत्र लिखकर गलत एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया है. अस्थाना का दावा है कि सतीश सना कि यह शिकायत सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के कुछ अधिकारियों की साजिश है. उन्होंने सीबीआई चीफ और सीवीसी अरुण शर्मा के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. अस्थाना ने बताया कि उन्होंने अगस्त में ही कैबिनेट सचिव को इन शीर्ष अधिकारियों के भ्रष्टाचार के 10 उदाहरण, आपराधिक कदाचार, संवेदनशील मामलों की जांच में हस्तक्षेप की जानकारी दी थी.
क्या है पूरा (CBI vs CBI) मामला :
CBI ने अपने स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के ख़िलाफ़ एक FIR दर्ज कराई है. इस FIR में अस्थाना पर मीट कारोबारी मोइन क़ुरैशी के मामले में जांच के घेरे में चल रहे एक कारोबारी सतीश सना से दो करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है. सीबीआई में नंबर दो की हैसियत रखने वाले. राकेश अस्थाना इस जांच के लिए बनाई गई एसआईटी के प्रमुख हैं. कारोबारी सतीश सना का आरोप है कि सीबीआई जांच से बचने के लिए उन्होंने दिसंबर 2017 से अगले दस महीने तक क़रीब दो करोड़ रुपए रिश्वत ली.
VIDEO: सीबीआई में घमासानः छुट्टी पर भेजे गए आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना
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