
प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने पिछले हफ़्ते एक बड़े बैंक फ्रॉड मामले में चार्टर्ड अकाउंटेंट अनंत कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. ये कार्रवाई मेसर्स कॉनकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) और अन्य से जुड़े बैंक फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत की गई है. CA अनंत अग्रवाल को कोलकाता की विशेष PMLA अदालत में पेश किया गया,जहां से उसे 5 जुलाई 2025 तक ED की हिरासत में भेज दिया गया है.
ED की जांच में खुलासा हुआ है कि अनंत अग्रवाल ने UCO बैंक के पूर्व चेयरमैन सुभोध कुमार गोयल के इशारे पर ब्लैक मनी को वाइट करने का पूरा नेटवर्क तैयार किया था. उन्होंने नकली कंपनियां बनाकर करोड़ों रुपये के फर्जी लेन-देन किए, जिसमें बोगस अनसिक्योर्ड लोन और फर्जी शेयर पूंजी शामिल है. इसके बदले इन्हें मोटी रकम भी मिली. इसके अलावा, वो कई कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर भी थे, जो सीधे इस अवैध फंडिंग में शामिल थीं.
इस मामले में इससे पहले सुभोध कुमार गोयल को 16 मई 2025 को गिरफ्तार किया गया था. ED की जांच के अनुसार, उन्होंने CSPL को 1460 करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन मंजूर किए, जो बाद में NPA (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) में तब्दील हो गए. इस लोन के बदले गोयल को नकद, कीमती संपत्तियां, लग्ज़री आइटम्स और कई सर्विसेज बतौर रिश्वत मिली, जिसे उन्होंने फर्जी कंपनियों के जरिए टैक्स से छिपाया.
ED ने इस केस से जुड़े कई लोगों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में भी छापेमारी की, जिन पर जांच में फंसे लोगों से पैसे वसूलने और उन्हें जांच में राहत दिलाने का झांसा देने का आरोप है. इन छापों में नकद, सोना, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं.फिलहाल मामले की जांच तेजी से जारी है और ED कई और बड़े खुलासे कर सकती है.