सांकेतिक तस्वीर
नई दिल्ली:
नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेन की रफ्तार बढ़ाकर 200 किलोमीटर प्रति घंटा तक करने के लिए रेलवे रूस के साथ मिलकर इसकी व्यवहार्यता का अध्ययन करेगा.
हाई स्पीड ट्रेन की इस परियोजना का वित्त पोषण भारतीय रेलवे और रूस का रेलवे संयुक्त रूप से कर रहे हैं. दोनों देश लागत का आधा-आधा हिस्सा खर्च करेंगे.
गोवा में भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच जिस प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया, उसके अनुसार नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेनों की गति को बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक करने के लिए तकनीकी और क्रियान्वयन संबंधी अध्ययन किया जाएगा.
इससे पहले दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हाई स्पीड ट्रेन की इस परियोजना का वित्त पोषण भारतीय रेलवे और रूस का रेलवे संयुक्त रूप से कर रहे हैं. दोनों देश लागत का आधा-आधा हिस्सा खर्च करेंगे.
गोवा में भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच जिस प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया, उसके अनुसार नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेनों की गति को बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक करने के लिए तकनीकी और क्रियान्वयन संबंधी अध्ययन किया जाएगा.
इससे पहले दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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