बेंगलुरु के चर्च स्ट्रीट इलाके में रविवार रात करीब 8.30 बजे एक रेस्तरां के बाहर हुए धमाके में एक महिला की मौत हो गई है और एक युवक घायल हो गया है।
कर्नाटक के गृह मंत्री के जी जॉर्ज ने इसे आतंकी घटना बताया है। इस धमाके में आईईडी के साथ टाइमर का भी इस्तेमाल हुआ है।
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त एमएन रेड्डी ने बताया कि महिला की पहचान भवानी के रूप में हुई है। वह तमिलनाडु की रहने वाली थी और बेंगलुरु घूमने आई थी। विस्फोट के छर्रे सिर पर लगने के कारण बुरी तरह घायल होने के बाद उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि दूसरे व्यक्ति की पहचान कार्तिक के रूप में हुई है जो खतरे से बाहर है।
पुलिस ने धमाके की जांच के लिए एसआईटी बनाने का एलान किया है। पुलिस के मुताबिक, विस्फोटक को रेस्तरां के बाहर एक नाले में कपड़ों के बीच रखा गया था। धमाके के बाद पूरे शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मौके पर बम स्क्वॉड भी पहुंच गई थी।
केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा भी हालात का जायज़ा लेने मौके पर पहुंचे। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से बात कर हर संभव मदद देने की बात कही है। गृहमंत्री ने ट्वीट कर बताया, 'कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस. सिद्धारमैया से बेंगलूरु विस्फोट के बारे में बातचीत की। उन्होंने स्थिति के बारे में अवगत कराया। केंद्र हर तरह की मदद देने के लिए तैयार है।'
इस बीच संवाददाताओं से बात करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने बताया कि बेंगलुरु में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन यह कहना अभी जल्दबाजी होगा कि विस्फोट के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, 'बेंगलूरू में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। हम हर संभव कदम उठा रहे हैं।' उन्होंने विस्फोट के बारे में कौन जिम्मेदार है, यह पूछने पर कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा क्योंकि जांच अभी शुरू ही हुई है।
वहीं शहर के पुलिस आयुक्त एमएन. रेड्डी ने बताया, 'रात करीब साढ़े आठ बजे कोकोनट ग्रोव नाम रेस्तरां के बाहर चर्च रोड पर एक विस्फोट की आज सुनी गई। हमें पता चला कि कुछ अपराधियों ने परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) का इस्तेमाल किया।'
उन्होंने कहा कि शहर के समूचे पुलिस बल को तैनात किया जा रहा है और कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस से अतिरिक्त बल मंगाया गया है। आतंरिक सुरक्षा प्रभाग के विशेषज्ञ, फारेंसिक टीम, खोजी कुत्ते और तोड़फोड़ निरोधक दल को मौके पर रवाना किया गया है।
यह पूछे जाने पर कि शहर के लिए खतरे की आशंका थी, रेड्डी ने कहा, 'सामान्य रूप से खतरे की आशंका थी इस बात को देखते हुए कि त्योहार आने वाले, इस बात को देखते हुए नववर्ष की पूर्व संध्या आ रही है।'
गौरतलब है कि देश के इस सूचना प्रौद्योगिक केंद्र में 2008, 2010 और 2013 में बम विस्फोट हुए थे। वर्ष 2008 में आईईडी के जरिए नौ जगहों पर हुए धमाकों में दो लोग मारे गए थे और 20 अन्य घायल हो गए थे। वर्ष 2010 में क्रिकेट स्टेडियम के बाहर हुए दो बम धमाकों में 15 लोग घायल हो गए थे। वहीं वर्ष 2013 में राज्य भाजपा मुख्यालय के बाहर हुए एक बम विस्फोट में 16 लोग घायल हो गए थे। (एजेंसी इनपुट के साथ)
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