नई दिल्ली:
हरिद्वार से पुरी के बीच चलने वाली कलिंग उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली के पास हुए इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई जिसके कारण 21 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 97 अन्य घायल हो गए. उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस हादसे में 23 लोगों की मौत हुई है जबकि दर्जनों घायल हुए हैं जिन्हें उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग घटना स्थल पर पहुंचे ओर घायल लोगों की मदद की. कुछ ही देर बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और इमरजेंसी सेवाएं मौके पर पहुंच गईं और राहत काम मे जुट गईं. दिल्ली से एनडीआरएफ की टीम ने पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इस हादसे में ट्रेन के 2 डिब्बे पटरी से उतर कर रिहाइशी इलाके में जा घुसे जिससे एक स्कूल और घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. स्थानीय निवासियों के अनुसार रेल ट्रैक पर 2 दिनों से काम चल रहा था. हादसे का शिकार हुई ट्रेन से पहले इसी ट्रैक से दो ट्रेनें कुछ ही देर पहले धीमी गति से गुजरी थीं. बताया जा रहा है कि उत्कल एक्सप्रेस की गति तेज थी जब ये हादसा हुआ. अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रेन को खतरे का सिग्नल नहीं मिला होगा जिस वजह से ट्रेन की गति कम नहीं हुई. जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी के अनुसार सभी घायलों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है.
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मुख्य मेडिकल अधिकारी पी. एस. मिश्रा और मेरठ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि शाम 5:45 बजे हुई इस दुर्घटना में कम से कम 11 लोग मारे गए और 60 जख्मी हुए हैं. खतौली मुजफ्फरनगर से करीब 40 किलोमीटर दूर है. पीएसी, एटीएस और एनडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. भारी-भरकम क्रेनों और गैस कटरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. स्थानीय लोगों को बचाव के काम में मदद करते देखा गया.
देखें: तस्वीरों में मुज़फ्फरनगर ट्रेन हादसा
मुजफ्फरनगर के अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है. इस कंट्रोल रूम के फोन नंबर हैं - 0131-2436918, 0131-2436103 और 0131-2436564. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि रेल मंत्रालय एवं राज्य सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय की ओर से हालात की करीबी तौर पर निगरानी की जा रही है.
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रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेन के पटरी से उतरने की इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं और किसी तरह की चूक का पता चलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रभु ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन को 3.5 लाख रुपये का मुआवजा और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये जबकि मामूली तौर पर घायलों को 25,000 रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया.
कई ट्वीट कर प्रभु ने यह भी कहा कि रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्य (यातायात) से कहा गया है कि वे राहत और बचाव अभियान की निगरानी करें. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों और दो खोजी कुत्तों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. मेडिकल वैन भी घटनास्थल के लिए भेजे गए हैं. एनडीआरएफ की एक टीम में 45 जवान होते हैं.
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यूपी पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं...
रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने कहा कि वह खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और वरिष्ठ अधिकारियों को तेजी से राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हरसंभव कदम उठाएं. आदित्यनाथ ने अपने दो मंत्रियों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं ताकि राहत और बचाव के काम में तेजी लाई जा सके.
रात करीब 11.15 बजे के आसपास रेल मुत्री सुरेश प्रभु ने राहत एवं बचाव अभियान पूरा होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
VIDEO: उत्कल एक्सप्रेस हुई दुर्घटनाग्रस्त
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग घटना स्थल पर पहुंचे ओर घायल लोगों की मदद की. कुछ ही देर बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और इमरजेंसी सेवाएं मौके पर पहुंच गईं और राहत काम मे जुट गईं. दिल्ली से एनडीआरएफ की टीम ने पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. इस हादसे में ट्रेन के 2 डिब्बे पटरी से उतर कर रिहाइशी इलाके में जा घुसे जिससे एक स्कूल और घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. स्थानीय निवासियों के अनुसार रेल ट्रैक पर 2 दिनों से काम चल रहा था. हादसे का शिकार हुई ट्रेन से पहले इसी ट्रैक से दो ट्रेनें कुछ ही देर पहले धीमी गति से गुजरी थीं. बताया जा रहा है कि उत्कल एक्सप्रेस की गति तेज थी जब ये हादसा हुआ. अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रेन को खतरे का सिग्नल नहीं मिला होगा जिस वजह से ट्रेन की गति कम नहीं हुई. जिलाधिकारी जीएस प्रियदर्शी के अनुसार सभी घायलों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है.
यह भी पढ़ें: मुज़फ्फरनगर ट्रेन हादसा - ये हैं जरूरी हेल्प लाइन नंबर
मुख्य मेडिकल अधिकारी पी. एस. मिश्रा और मेरठ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि शाम 5:45 बजे हुई इस दुर्घटना में कम से कम 11 लोग मारे गए और 60 जख्मी हुए हैं. खतौली मुजफ्फरनगर से करीब 40 किलोमीटर दूर है. पीएसी, एटीएस और एनडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. भारी-भरकम क्रेनों और गैस कटरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. स्थानीय लोगों को बचाव के काम में मदद करते देखा गया.
देखें: तस्वीरों में मुज़फ्फरनगर ट्रेन हादसा
मुजफ्फरनगर के अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है. इस कंट्रोल रूम के फोन नंबर हैं - 0131-2436918, 0131-2436103 और 0131-2436564. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि रेल मंत्रालय एवं राज्य सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय की ओर से हालात की करीबी तौर पर निगरानी की जा रही है.
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रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेन के पटरी से उतरने की इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं और किसी तरह की चूक का पता चलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रभु ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन को 3.5 लाख रुपये का मुआवजा और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये जबकि मामूली तौर पर घायलों को 25,000 रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया.
कई ट्वीट कर प्रभु ने यह भी कहा कि रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सदस्य (यातायात) से कहा गया है कि वे राहत और बचाव अभियान की निगरानी करें. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों और दो खोजी कुत्तों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. मेडिकल वैन भी घटनास्थल के लिए भेजे गए हैं. एनडीआरएफ की एक टीम में 45 जवान होते हैं.
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यूपी पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं...
#UtkalExpress मुज़फ्फरनगर ट्रेन एक्सीडेंट हेल्प लाइन नंबर #uppolice pic.twitter.com/9OoKSy6a7s
— UP POLICE (@Uppolice) August 19, 2017
रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने कहा कि वह खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और वरिष्ठ अधिकारियों को तेजी से राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
Have instructed Chairman Rly Board,Member Traffic to oversee rescue and relief operations.I am personally monitoring situation
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) August 19, 2017
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हरसंभव कदम उठाएं. आदित्यनाथ ने अपने दो मंत्रियों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं ताकि राहत और बचाव के काम में तेजी लाई जा सके.
रात करीब 11.15 बजे के आसपास रेल मुत्री सुरेश प्रभु ने राहत एवं बचाव अभियान पूरा होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
VIDEO: उत्कल एक्सप्रेस हुई दुर्घटनाग्रस्त
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