Assam Mizoram border Violence: असम और मिजोरम राज्य के सीमावर्ती इलाके में सोमवार को हिंसा भड़क उठी
नई दिल्ली:
असम और मिजोरम के सीमावर्ती इलाके में हिंसा (Assam-Mizoram Border Clashes) का मामला सुर्खियों में है. इसमें असम पुलिस के 5 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. हालात को देखते हुए वहां सीआरपीएफ (CRPF) की दो कंपनियां तैनात की गई हैं. हालांकि पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों में किस वजह से हिंसा भड़की, इसको लेकर कौतूहल बना हुआ है. पांच बिंदुओं में आप भी जानिए कि किस वजह से यहां हिंसक झड़प हुई...
असम-मिजोरम के बीच हिंसा के 5 मुख्य प्वाइंट:
- असम और मिजोरम के पुलिसकर्मियों के बीच भड़की इस हिंसा में असम के पांच पुलिसकर्मी मारे गए हैं, जबकि 50 से ज्यादा अन्य घायल हुए हैं. कथित तौर पर असम और मिजोरम पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे पर फायरिंग की. दोनों राज्यों के बीच सीमावर्ती विवाद अचानक ही भड़क उठा है.
- असम और मिजोरम के बीच "अनुचित तरीके से सीमा निर्धारण" के बीच एक भूमि को लेकर विवाद बढ़ा है. दरअसल, ब्रिटिश शासन के दौरान दो बॉर्डर नोटिफिकेशन निकाले गए. असम और मिजोरम दोनों ही असम के कछार और मिजोरम के कोलासिब जिले (Assam's Cachar and Mizoram's Kolasib district) के बीच की जमीन पर दावा करते हैं. दोनों ही राज्य एक दूसरे पर अतिक्रमण का आरोप भी लगाते हैं.
- मिजोरम पहले असम का हिस्सा था और उसे लुशाई हिल्स (Lushai Hills) कहा जाता था. उसे 1972 में केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया और 1987 में मिजोरम एक राज्य बना.
- असम और मिजोरम के बीच करीमगंज-मामित और हैलाकांडी-कोलासिब बॉर्डर की सीमाओं को लेकर भी विवाद का सामना कर रहे हैं.
- मिजोरम तीन राज्यों के साथ सीमाएं साझा करता है. उसका त्रिपुरा के साथ भी सीमा विवाद (border dispute)है.