
कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता और कलम के धनी एम. वीरप्पा मोइली ने द्रौपदी के जन्म से लेकर पांच पांडव भाइयों के साथ उनके विवाह और उसके बाद के सफर का खाका अपनी नई किताब में खींचा है. इसमें उन्होंने जुए में कौरवों के हाथों अपना सम्मान गंवाने की द्रुपद पुत्री की व्यथा और अंतत: कुरुक्षेत्र के युद्ध की गाथा को शब्दों में पिरोया.
मोइली ने अपनी किताब 'द फ्लेमिंग ट्रेसेज ऑफ द्रौपदी' में हिंदू पौराणिक कथाओं की सबसे महत्वपूर्ण, जटिल, और पेचीदा महिला चरित्र का पूरा चित्रण किया है. किताब का प्रकाशन रूपा प्रकाशन द्वारा किया गया है और हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में इसका विमोचन किया था.
द्रौपदी ने प्रतिज्ञा ली थी कि पांडव जब तक कौरवों से उसके अपमान का बदला नहीं ले लेंगे, वह अपने केश नहीं बांधेंगी. जब तक भीम ने दुशासन को मारकर उसके खून से द्रौपदी के बाल नहीं धोए, तब तक उन्होंने अपने बाल नहीं बांधे थे. वह एक शक्तिशाली महिला चरित्र के तौर पर उभरीं, जिन्होंने अंतत: उन सभी से प्रतिशोध लिया, जिन्होंने उनके साथ अन्याय किया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोइली ने अपनी किताब 'द फ्लेमिंग ट्रेसेज ऑफ द्रौपदी' में हिंदू पौराणिक कथाओं की सबसे महत्वपूर्ण, जटिल, और पेचीदा महिला चरित्र का पूरा चित्रण किया है. किताब का प्रकाशन रूपा प्रकाशन द्वारा किया गया है और हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में इसका विमोचन किया था.
द्रौपदी ने प्रतिज्ञा ली थी कि पांडव जब तक कौरवों से उसके अपमान का बदला नहीं ले लेंगे, वह अपने केश नहीं बांधेंगी. जब तक भीम ने दुशासन को मारकर उसके खून से द्रौपदी के बाल नहीं धोए, तब तक उन्होंने अपने बाल नहीं बांधे थे. वह एक शक्तिशाली महिला चरित्र के तौर पर उभरीं, जिन्होंने अंतत: उन सभी से प्रतिशोध लिया, जिन्होंने उनके साथ अन्याय किया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं