ललित मोदी के साथ वसुंधरा राजे की फाइल फोटो
नई दिल्ली/ जयपुर:
ललित गेट में घिरी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि राजे के बेटे की जिस कंपनी में आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी ने 13 करोड़ रुपये निवेश किए थे, उसमें राजे सीधे तौर पर लाभान्वित थीं।
कांग्रेस ने साल 2013 में चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल राजे का एक हलफनामा जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह के मालिकाना हक वाली कंपनी नियंत हेरीटेज होटल में उनके 3280 शेयर हैं।
ललित ने इस कंपनी के 10 रुपये मूल्य वाले हर शेयर के लिए 96,000 रुपये प्रति शेयर की अधिक दर से इस कंपनी में 11 करोड़ रुपये निवेश किए थे।
इस खुलासे ने इन आरोपों को जन्म दिया है कि राजे को ललित के विवादास्पद निवेशों से फायदा हुआ। हालांकि राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष अशोक परनामी ने यह दावा करते हुए खारिज कर दिया कि ये शेयर उन्हें दुष्यंत और उनकी पत्नी निहारिका ने तोहफे में दिए थे।
परनामी के मुताबिक दुष्यंत और उनकी पत्नी ने राजे के जन्मदिन पर उन्हें क्रमश: 1615 और 1655 शेयर तोहफे में दिए थे। परनामी को इसमें कुछ भी गलत नहीं नजर आता।
वहीं दूसरी तरफ विपक्षी कांग्रेस द्वारा राजे को सीएम पद से हटाने की मांग तेज किए जाने के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और समझा जाता है कि जेटली ने इस मामले के कानूनी निहितार्थ और राजनीतिक परिणाम सहित बढ़े विवाद के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
इससे पहले जेटली ने बीती रात कहा था कि कोई भी दागी नहीं है, बाद में उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ एक बैठक की और समझा जाता है कि उन्होंने राजे और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज को अपने घेरे में लेने वाले इस बड़े विवाद का मजबूती से मुकाबला करने के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की।
बीजेपी में मौजूद उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि दुष्यंत की कंपनी में ललित के निवेश से जुड़े पूरे प्रकरण के बारे में 'अज्ञानता' है। कंपनी ने चेक के जरिए 2009 में एक कर्ज लिया था और 2010 में 7.5 करोड़ रुपये का एक और कर्ज लिया था। उन्होंने बताया कि यह किसी तरह से गैरकानूनी नहीं है और शेयर के मूल्य बढ़ा चढ़ा कर नहीं लिए गए, बल्कि वास्तव में यह कम हो गए थे।
इस बीच राजे ने प्रदेश इकाई प्रमुख अशोक परनामी सहित कुछ शीर्ष नेताओं के साथ जयपुर में बैठक की और मीडिया में आई इन खबरों को खारिज कर दिया कि उनके समर्थन में पार्टी के 120 विधायकों ने एक हस्ताक्षर अभियान चलाया था।
इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने नई दिल्ली में कहा कि सवालों के घेरे में रहे राजे के तीन साल के आयकर रिटर्न की आयकर विभाग ने छानबीन की है, जिसने इसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई।
इसके अलावा बीजेपी सचिव श्रीकांत शर्मा ने संवाददताओं से कहा कि पार्टी पूरी तरह से वसुंधरा राजे का समर्थन करती है जो राजस्थान में हमारी सबसे कद्दावर नेता हैं। कांग्रेस हमारे लोकप्रिय नेताओं को निशाना बना रही है और हम अपनी नेता के साथ खड़े हैं।
कांग्रेस ने साल 2013 में चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल राजे का एक हलफनामा जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह के मालिकाना हक वाली कंपनी नियंत हेरीटेज होटल में उनके 3280 शेयर हैं।
ललित ने इस कंपनी के 10 रुपये मूल्य वाले हर शेयर के लिए 96,000 रुपये प्रति शेयर की अधिक दर से इस कंपनी में 11 करोड़ रुपये निवेश किए थे।
इस खुलासे ने इन आरोपों को जन्म दिया है कि राजे को ललित के विवादास्पद निवेशों से फायदा हुआ। हालांकि राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष अशोक परनामी ने यह दावा करते हुए खारिज कर दिया कि ये शेयर उन्हें दुष्यंत और उनकी पत्नी निहारिका ने तोहफे में दिए थे।
परनामी के मुताबिक दुष्यंत और उनकी पत्नी ने राजे के जन्मदिन पर उन्हें क्रमश: 1615 और 1655 शेयर तोहफे में दिए थे। परनामी को इसमें कुछ भी गलत नहीं नजर आता।
वहीं दूसरी तरफ विपक्षी कांग्रेस द्वारा राजे को सीएम पद से हटाने की मांग तेज किए जाने के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और समझा जाता है कि जेटली ने इस मामले के कानूनी निहितार्थ और राजनीतिक परिणाम सहित बढ़े विवाद के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
इससे पहले जेटली ने बीती रात कहा था कि कोई भी दागी नहीं है, बाद में उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ एक बैठक की और समझा जाता है कि उन्होंने राजे और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज को अपने घेरे में लेने वाले इस बड़े विवाद का मजबूती से मुकाबला करने के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की।
बीजेपी में मौजूद उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि दुष्यंत की कंपनी में ललित के निवेश से जुड़े पूरे प्रकरण के बारे में 'अज्ञानता' है। कंपनी ने चेक के जरिए 2009 में एक कर्ज लिया था और 2010 में 7.5 करोड़ रुपये का एक और कर्ज लिया था। उन्होंने बताया कि यह किसी तरह से गैरकानूनी नहीं है और शेयर के मूल्य बढ़ा चढ़ा कर नहीं लिए गए, बल्कि वास्तव में यह कम हो गए थे।
इस बीच राजे ने प्रदेश इकाई प्रमुख अशोक परनामी सहित कुछ शीर्ष नेताओं के साथ जयपुर में बैठक की और मीडिया में आई इन खबरों को खारिज कर दिया कि उनके समर्थन में पार्टी के 120 विधायकों ने एक हस्ताक्षर अभियान चलाया था।
इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने नई दिल्ली में कहा कि सवालों के घेरे में रहे राजे के तीन साल के आयकर रिटर्न की आयकर विभाग ने छानबीन की है, जिसने इसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई।
इसके अलावा बीजेपी सचिव श्रीकांत शर्मा ने संवाददताओं से कहा कि पार्टी पूरी तरह से वसुंधरा राजे का समर्थन करती है जो राजस्थान में हमारी सबसे कद्दावर नेता हैं। कांग्रेस हमारे लोकप्रिय नेताओं को निशाना बना रही है और हम अपनी नेता के साथ खड़े हैं।
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