सपा में सुलह के आसार, 'अध्यक्ष पद' को लेकर मुलायम-अखिलेश के बीच फंसा पेंच- सूत्र

सपा में सुलह के आसार, 'अध्यक्ष पद' को लेकर मुलायम-अखिलेश के बीच फंसा पेंच- सूत्र

समाजवादी पार्टी में सुलह की कोशिशें तेज....

खास बातें

  • मुलायम-अखिलेश में सुलह की कोशिशें तेज
  • आजम भी दोनों गुटों के बीच सुलह की कोशिश में जुटे
  • अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे शिवपाल यादव
नई दिल्ली/लखनऊ:

समाजवादी पार्टी में सुलह की कोशिशों के बीच मुलायम सिंह यादव को लेकर बात नहीं बन पा रही है. सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश चाहते हैं कि सिर्फ 3 महीने के लिए अध्यक्ष पद उनके पास रहे, फिर मुलायम को दे दिया जाए. क्योंकि उन्हें डर है कि अमर सिंह से प्रभावित होकर वह कुछ ऐसे निर्णय न ले लें, जिससे पार्टी और उनका नुकसान हो जाए.

उधर, शिवपाल यादव राज्य की राजनीति और अपनी सीट (जसवंत नगर) छोड़ने को तैयार हो गए हैं. साथ ही अमर सिंह भी पार्टी की कलह सुलझाने के लिए पार्टी छोड़ने को तैयार हैं

खैर सुलह को लेकर आज मुलायम सिंह यादव के घर आज बैठक हुई. मुलायम से मिलने शिवपाल यादव और अमर सिंह पहुंचे. इससे पूर्व शिवपाल यादव आज अखिलेश यादव से भी मिले थे. वहीं आजम खान की कोशिशें भी जारी हैं. वह इस बीच मुलायम और अखिलेश से लगातार फोन पर बातचीत करते रहे. यही नहीं मुलायम आज प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले थे लेकिन आजम खान से बातचीत के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी.

नेताजी किसी के बहकावे में न आएं : नरेश अग्रवाल
इस मामले पर सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा है कि कुछ लोग नेताजी को उनके बेटे के खिलाफ भड़का रहे हैं. मेरी नेताजी से अपील है कि वह ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं.

मैं अखिलेश की उन्नति में बाधक नहीं : अमर सिंह
मुलायम से मुलाकात के बाद अमर सिंह ने कहा कि मैं एक साथ 5 विचारधाराओं के साथ नहीं हूं. चोर दरवाजे से राजनीति करने का आदी नहीं हूं. राजनीति काफी क्रूर और निर्मम है. मैं लखनऊ इसलिए आया हूं ताकि पिता-पुत्र के बीच सुलह. मैं अखिलेश की उन्नति में बाधक नहीं हूं. मुलायम बे-हैसियत हैं, ये सुनने की हमारी क्षमता नहीं. संख्याबल से किसी की हैसियत हम नहीं समझते. हैसियत व्यक्तित्व से बनती है.

चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे रामगोपाल यादव
वैसे मुलायम खेमा बैकफुट पर नजर आ रहा है. माना जा रहा है कि मुलायम अपने बेटे अखिलेश की उस शर्त पर रजामंद हो सकते हैं, जिसकी मांग वह काफी वक्त से कर रहे हैं। अखिलेश खेमा फिलहाल पार्टी पर पूर्ण नियंत्रण करने की दिशा में काम कर रहा है। इसी क्रम में रामगोपाल यादव आज चुनाव आयोग जाकर अखिलेश गुट को असली समाजवादी पार्टी बताते हुए समर्थक विधायकों और विधान परिषद सदस्यों, सांसदों की लिस्ट सौंपेंगे. उनका कहना है कि यूपी विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा.

अखिलेश ने करीबियों को चुनाव प्रचार में जुटने को कहा
इधर अखिलेश यादव ने पार्टी विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस कलह से दूर अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में जाकर फौरन चुनाव प्रचार में जुटने को कहा है.


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