लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों और नर्सिंग होम में ओपीडी बंद होने पर जहां ज्यादातर डॉक्टर फोन पर लोगों को सलाह दे रहे हैं, वहीं शहर के पॉश इलाके अशोक नगर में दांत का अस्पताल चलाने वाले एक चिकित्सक ने अपना अस्पताल खाद्यान्न के गोदाम में तब्दील कर और घूम-घूम कर जरूरतमंद लोगों तक खाद्यान्न पहुंचाया.
डॉक्टर कृष्णा सिंह की इस पहल को देखते हुए जिला प्रशासन ने उन्हें एक ट्रक मुहैया कराया जिस पर वह अपनी टीम की मदद से खाद्यान्न की बोरी दूर-दराज के इलाकों में ले जाते और निश्चित दूरी के नियम का पालन करते हुए लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराते.
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष टीके शिबू ने कहा, “डाक्टर कृष्णा ने खुद प्रेरित होकर खाद्यान्न वितरण का कार्य किया है. समाज में ऐसे बहुत कम लोग मिलते हैं. इनके जैसे लोगों ने ही प्रशासन की मदद की है.”
यह पूछने पर कि जरूरतमंद लोगों की मदद करने की प्रेरणा उन्हें कहां से मिली, उन्होंने बताया, ‘‘मेरे परिवार विशेषकर मेरे पिता से मैं बचपन से ही प्रेरित रहा हूं. वह आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हैं और हमेशा से ही मुझे समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा देते रहे हैं.”
डाक्टर कृष्णा ने बताया कि लॉकडाउन लागू होने के बाद 26 मार्च से उन्होंने खाद्यान्न वितरण का काम शुरू किया और अभी तक करीब 15,000 परिवारों को खाद्यान्न वितरित किया जा चुका है. खाद्यान्न की पैकेजिंग और भंडारण के लिए अपने अस्पताल का उपयोग किया जिसे प्रतिदिन अच्छे ढंग से सैनिटाइज किया जाता है.
उन्होंने बताया कि हाल ही में शहर के एक समाचार पत्र द्वारा उनका मोबाइल नंबर प्रकाशित करने के बाद से जरूरतमंद लोगों ने खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए उन्हें फोन करना प्रारंभ कर दिया. ऐसे लोगों का आधार नंबर लेकर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है.
कृष्णा ने बताया कि एक पैकेट में छह किलो आलू, पांच किलो चावल, पांच किलो आटा, एक किलो दाल, आधा किलो नमक, एक पैकेट मसाला, 200 मिली तेल और एक कद्दू होता है. लॉकडाउन आंशिक रूप से खुलने के बाद अब खाद्यान्न वितरण में कमी आने की संभावना है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं