दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार डेंगू को काबू में करने के लिए संसाधनों की कमी नहीं होने देगी। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने डेंगू की स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली सचिवालय में एक बैठक बुलाई। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन, मुख्य सचिव के के शर्मा, तीनों नगर निगमों के कमिश्नर, एनडीएमसी चेयरमैन, डिवीजन कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे।
उप मुखयमंत्री सिसोदिया निरंतर रखेंगे नजर
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विशेष रूप से एमसीडी कमिश्नरों से कहा कि अगर फंड की कहीं भी कोई कमी पड़ रही हो, तो तुरंत बताएं। फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी। उप-मुख्यमंत्री खुद इस पर नजर रखेंगे और रोजाना तीन बजे उनके पास संबंधित अधिकारी रिपोर्ट भजेंगे। एमसीडी कमिश्नोरों ने बताया कि किस तरह नगर निगम के कर्मचारी फॉगिंग में लगे हुए हैं। इस पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि फॉगिंग की मॉनीटरिंग भी होनी चाहिए क्योंकि लोगों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि उनके यहां फॉगिंग नहीं हुई है।
लगातार मिल रहीं फॉगिंग न होने की शिकायतें
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि 1031 (जो कि अब एंटी करप्शन के साथ-साथ डेंगू हेल्पलाइन भी है) पर लगातार लोगों के कॉल आ रहे हैं कि उनके इलाके में फॉगिंग कराई जाए। इसलिए फॉगिंग की मॉनीटरिंग बहुत जरूरी है। एनडीएमसी की तरफ से कहा गया कि फॉगिंग के लिए जब कर्मचारी लोगों के घरों में जाते हैं, तो पर्याप्त सहयोग नहीं मिलता। पर्दे के पीछे, सोफे के नीचे, घर के अंदर रखे हुए पौधों, किताबें रखने वाले स्थानों पर भी फॉगिंग करवानी चाहिए, क्योंकि इन स्थानों पर मच्छरों के पनपने की सबसे ज्यादा आशंका होती है।
एसडीएम करेंगे अपने-अपने क्षेत्र में दौरे
उप-मुख्यमंत्री ने इस बात को सही मानते हुए कहा कि सरकार लोगों को इसके लिए जागरूक करने के लिए हर कदम उठाएगी। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने तय किया है कि एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में ताबड़तोड़ दौरे करेंगे और हालात पर नजर रखेंगे। सभी मलेरिया इंस्पेक्टरों के नंबर लोगों को मुहैया कराए जाएंगे, ताकि फॉगिंग संबंधी समस्या का समाधान आसानी से हो सके। तीनों नगर निगम हर वार्ड के मलेरिया इंस्पेक्टर के कामकाज और चालान संबंधी विवरण क्षेत्रीय एसडीएम को उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा सिविल डिफेंस के जवानों को फील्ड में भेजकर सफाई की स्थिति और मच्छर पैदा होने लायक जगहों के बारे में सूचना इकट्ठी की जाएगी।
जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलेगा
सिसोदिया ने कहा कि जिला प्रशासन लोगों को जागरूक करने के लिए कम्युनिटी अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जाएगा। इसमें आरडब्ल्यूए, नेहरू युवा केंद्रों, सिविल डिफेंस के जवानों, धार्मिक नेताओं को भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए नुक्कड़ नाटक, पंफलेट्स इत्यादि का सहारा लिया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली सरकार सभी अस्पतालों में काउंसलिंग के उद्देश्य से सिविल डिफेंस वालेंटियर्स को तैनात करेगी ताकि लोगों को सूचना संबंधी कोई दिक्कत न आए और डेंगू को लेकर अनावश्यक दहशत न फैले।
अस्पतालों को मरीजों को भर्ती करना अनिवार्य
उप-मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को मरीजों को भर्ती करना होगा। क्षेत्रीय एसडीएम इसकी निगरानी करेंगे। सभी अस्पतालों में एसडीएम के नंबर लगाए जाएंगे। अगर किसी को कोई शिकायत है तो वह सीधे एसडीएम को फोन कर सकते हैं। सिसोदिया ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी स्कूलों में बच्चे पूरी बाजू की शर्ट और फुल पैंट पहनकर आएं।
उप मुखयमंत्री सिसोदिया निरंतर रखेंगे नजर
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विशेष रूप से एमसीडी कमिश्नरों से कहा कि अगर फंड की कहीं भी कोई कमी पड़ रही हो, तो तुरंत बताएं। फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी। उप-मुख्यमंत्री खुद इस पर नजर रखेंगे और रोजाना तीन बजे उनके पास संबंधित अधिकारी रिपोर्ट भजेंगे। एमसीडी कमिश्नोरों ने बताया कि किस तरह नगर निगम के कर्मचारी फॉगिंग में लगे हुए हैं। इस पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि फॉगिंग की मॉनीटरिंग भी होनी चाहिए क्योंकि लोगों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि उनके यहां फॉगिंग नहीं हुई है।
लगातार मिल रहीं फॉगिंग न होने की शिकायतें
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि 1031 (जो कि अब एंटी करप्शन के साथ-साथ डेंगू हेल्पलाइन भी है) पर लगातार लोगों के कॉल आ रहे हैं कि उनके इलाके में फॉगिंग कराई जाए। इसलिए फॉगिंग की मॉनीटरिंग बहुत जरूरी है। एनडीएमसी की तरफ से कहा गया कि फॉगिंग के लिए जब कर्मचारी लोगों के घरों में जाते हैं, तो पर्याप्त सहयोग नहीं मिलता। पर्दे के पीछे, सोफे के नीचे, घर के अंदर रखे हुए पौधों, किताबें रखने वाले स्थानों पर भी फॉगिंग करवानी चाहिए, क्योंकि इन स्थानों पर मच्छरों के पनपने की सबसे ज्यादा आशंका होती है।
एसडीएम करेंगे अपने-अपने क्षेत्र में दौरे
उप-मुख्यमंत्री ने इस बात को सही मानते हुए कहा कि सरकार लोगों को इसके लिए जागरूक करने के लिए हर कदम उठाएगी। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने तय किया है कि एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में ताबड़तोड़ दौरे करेंगे और हालात पर नजर रखेंगे। सभी मलेरिया इंस्पेक्टरों के नंबर लोगों को मुहैया कराए जाएंगे, ताकि फॉगिंग संबंधी समस्या का समाधान आसानी से हो सके। तीनों नगर निगम हर वार्ड के मलेरिया इंस्पेक्टर के कामकाज और चालान संबंधी विवरण क्षेत्रीय एसडीएम को उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा सिविल डिफेंस के जवानों को फील्ड में भेजकर सफाई की स्थिति और मच्छर पैदा होने लायक जगहों के बारे में सूचना इकट्ठी की जाएगी।
जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलेगा
सिसोदिया ने कहा कि जिला प्रशासन लोगों को जागरूक करने के लिए कम्युनिटी अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जाएगा। इसमें आरडब्ल्यूए, नेहरू युवा केंद्रों, सिविल डिफेंस के जवानों, धार्मिक नेताओं को भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए नुक्कड़ नाटक, पंफलेट्स इत्यादि का सहारा लिया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली सरकार सभी अस्पतालों में काउंसलिंग के उद्देश्य से सिविल डिफेंस वालेंटियर्स को तैनात करेगी ताकि लोगों को सूचना संबंधी कोई दिक्कत न आए और डेंगू को लेकर अनावश्यक दहशत न फैले।
अस्पतालों को मरीजों को भर्ती करना अनिवार्य
उप-मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को मरीजों को भर्ती करना होगा। क्षेत्रीय एसडीएम इसकी निगरानी करेंगे। सभी अस्पतालों में एसडीएम के नंबर लगाए जाएंगे। अगर किसी को कोई शिकायत है तो वह सीधे एसडीएम को फोन कर सकते हैं। सिसोदिया ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी स्कूलों में बच्चे पूरी बाजू की शर्ट और फुल पैंट पहनकर आएं।
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