प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
ईद ख़त्म हुई, संघर्ष विराम भी ख़त्म हो गया. अब अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है. दस दिन बाद शुरू होने वाली इस यात्रा को लेकर सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं.
जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम के ख़ात्मे के 24 घंटे के अंदर ही सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. बिजबेहरा में संदेह पर सुरक्षा बलों ने घेराबंदी की और तलाशी भी ली. खुफिया सूचना पर बांदीपोरा में दो आतंकियों को मार गिराया गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी, एसपी वैद ने कहा आतंकी चाहे लश्कर के हों, जैश के या किसी भी दूसरे संगठन के, सभी के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है.
अब सुरक्षा बलों के सामने अगली बड़ी चुनौती अमरनाथ यात्रा की है. यह यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि वे बेख़ौफ़ यात्रा के लिए आएं. हालांकि उन्हें सुरक्षा बलों के दिशा-निर्देशों और सिक्युरिटी अलर्ट्स का पालन करना होगा. एसपी बैद ने कहा कि यात्रियों को अमरनाथ श्राइन बोर्ड के आदेश और सलाह को मानना होगा.
यह भी पढ़ें : अमरनाथ यात्रा 28 जून से, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने इंतजामों की समीक्षा की
अब तक करीब पौने दो-लाख श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. उधमपुर में अमरनाथ यात्रियों के रहने-खाने को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं. इन यात्रियों के लिए 30 लंगर विशेष तौर पर तैयार किए जा रहे हैं.
VIDEO : संघर्ष विराम के दौरान बढ़ी हिंसा
महबूबा मुफ़्ती और कश्मीरी राजनीति के एक हिस्से की राय थी कि सीज़फायर बढ़ाया जाए. लेकिन सुरक्षा बल ये जोख़िम लेने
को तैयार नहीं हुए. अमरनाथ यात्रा सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील रही है. ये वो इम्तिहान है जो सुरक्षा बलों के अलावा राज्य में
अमन चाहने वालों को देना पड़ता है.
जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम के ख़ात्मे के 24 घंटे के अंदर ही सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. बिजबेहरा में संदेह पर सुरक्षा बलों ने घेराबंदी की और तलाशी भी ली. खुफिया सूचना पर बांदीपोरा में दो आतंकियों को मार गिराया गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी, एसपी वैद ने कहा आतंकी चाहे लश्कर के हों, जैश के या किसी भी दूसरे संगठन के, सभी के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जा रही है.
अब सुरक्षा बलों के सामने अगली बड़ी चुनौती अमरनाथ यात्रा की है. यह यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि वे बेख़ौफ़ यात्रा के लिए आएं. हालांकि उन्हें सुरक्षा बलों के दिशा-निर्देशों और सिक्युरिटी अलर्ट्स का पालन करना होगा. एसपी बैद ने कहा कि यात्रियों को अमरनाथ श्राइन बोर्ड के आदेश और सलाह को मानना होगा.
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अब तक करीब पौने दो-लाख श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. उधमपुर में अमरनाथ यात्रियों के रहने-खाने को लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं. इन यात्रियों के लिए 30 लंगर विशेष तौर पर तैयार किए जा रहे हैं.
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महबूबा मुफ़्ती और कश्मीरी राजनीति के एक हिस्से की राय थी कि सीज़फायर बढ़ाया जाए. लेकिन सुरक्षा बल ये जोख़िम लेने
को तैयार नहीं हुए. अमरनाथ यात्रा सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील रही है. ये वो इम्तिहान है जो सुरक्षा बलों के अलावा राज्य में
अमन चाहने वालों को देना पड़ता है.
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