
राजद प्रमुख लालू यादव (Lalu Yadav) के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने कहा कि अगर उन्हें पार्टी का नेतृत्व सौंपा गया तो वह पीछे नहीं हटेंगे. पत्नी से तलाक के मसले को लेकर तेजप्रताप परिवार और राजनीति से कुछ समय तक दूर थे. राजनीतिक सक्रियता बढ़ाते हुए तेजप्रताप यादव ने सोमवार को राजद के प्रदेश कार्यालय पहुंचे और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के कक्ष में बैठने के साथ जनता दरबार लगाकर पार्टी कार्यालय आए लोगों की समस्याएं सुनीं. छोटे भाई एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ मतभेद की अटकलों को खारिज करते हुए तेजप्रताप ने इसे दुष्प्रचार बताया. उन्होंने कहा कि वह एक जनप्रतिनिधि और पार्टी नेता के तौर पर जनता की समस्या को सुनने के लिए जनता दरबार लगाने की शुरुआत की है और इसे नियमित रूप से जारी रखेंगे.
जनता से मिलकर उनके समस्याओं का निवारण किया। बिहार में सुशासन बाबू के राज में जनता त्राहिमाम है, उनके समस्याओं को सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है ऐसे में जनता का सेवक होने के नाते उनके समस्याओं का सुनना एवमं उनका निवारण करना मेरा परम् दायित्व है।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) December 24, 2018
उन्होंने कहा कि उनके पिता राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी ऐसे ही अपने पास आए लोगों से मिलकर उनकी फरियाद सुना किया करते थे. छोटे भाई तेजस्वी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनवाने और स्वयं पार्टी की कमान संभालने के प्रयास में लगे होने की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर तेजप्रताप ने इसे गलत और अफवाह बताया. यह पूछे जाने कि अगर उन्हें पार्टी की कमान सौंपी जाती है तो क्या वह उसे स्वीकार करेंगे, तेजप्रताप ने कहा, 'अगर हमें ऐसा मौका मिलता है और राजद प्रमुख लालू प्रसाद हमें यह जिम्मेदारी सौंपतें हैं तो हम उसे जरूर निभाएंगे. इससे पीछे नहीं हटेंगे.'
यह भी पढ़ें: तलाक की अर्जी देने के बाद घर वापस नहीं आए तेज प्रताप, जेडीयू प्रवक्ता ने दी तेजस्वी यादव को यह नसीहत
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी सभी के सहयोग से चलती है. पार्टी में सबकी अपनी-अपनी जिम्मेदारी है और वह अपना-अपना दायित्व निभाते हैं. पारिवारिक समस्या के कारण करीब दो महीने से राजनीतिक से दूर रहे तेजप्रताप ने बिहार में शराबबंदी को विफल होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि प्रदेश में शराब की होम डिलेवरी हो रही है. तेजप्रताप ने दावा किया कि अगले साले होने वाले लोकसभा चुनाव और 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में राजग का प्रदेश से सफाया हो जाएगा.
यह भी पढ़ें: बिहार विधानसभा में लालू यादव परिवार का ड्रामा, भाई तेजस्वी यादव और मां राबड़ी देवी से बचते दिखे तेजप्रताप
तेजप्रताप ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी लोग राजनीति में लगे हुए हैं और 'सुशासन बाबू' के राज में जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. उनकी समस्याओं को सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि जनता का सेवक होने के नाते उनकी समस्याओं को सुनना और उसका निराकरण करना उनका दायित्व है. उन्होंने कहा कि वह लालू प्रसाद के काम को ही आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में भी वह जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उसके निदान का उपाय करेंगे.
यह भी पढ़ें: तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या को कोर्ट ने 8 जनवरी को पेश होने को कहा, वकील ने बताया- ऑन कैमरा होगी सुनवाई
बता दें कि पटना की एक अदालत में नवंबर महीने में तेजप्रताप ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक लेने की अर्जी दी है, जिसके बाद वह वृंदावन चले गए थे. इसके बाद यहां कयास लगने लगा था कि तेजप्रताप अब राजनीति से दूर रहेंगे, लेकिन वह एकबार फिर राजनीति में सक्रिय हो गए हैं.
VIDEO: जब साइकिल चलाते वक्त बीच सड़क पर गिरे तेज प्रताप यादव
(इनपुट: भाषा)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं