देहरादून:
उत्तराखंड सरकार ने स्वामी निगमानंद की मेडिकल रिपोर्ट में टॉक्सिन पाए जाने की ख़बरों के बाद मौत की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग को उत्तराखंड सरकार ने स्वीकार कर लिया है और केंद्र को इस बाबत सिफारिश भेज दी है। इससे पहले, स्वामी निगमानंद की मेडिकल रिपोर्ट में टॉक्सिन पाए जाने की ख़बर से हंगामा मचा हुआ था। राज्य सरकार ने इसकी जांच सीबीसीआईडी से कराने की बात कह रही थी। जबकि कांग्रेस इसे ख़ारिज कर रही है। उसकी मांग है इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने गंगा की साफ़−सफाई को बहुत हल्केपन से लिया। हेमा मालिनी को गंगा से जुड़े अभियान का ब्रांड अंबैसडर बना डाला जबकि इसी मुद्दे पर अनशन कर रहे संन्यासी से बात तक नहीं की।