यह ख़बर 02 जुलाई, 2014 को प्रकाशित हुई थी

सुनंदा पुष्कर केस : एम्स ने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं था

सुनंदा पुष्कर की फाइल तस्वीर

नई दिल्ली:

कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में एम्स के फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉक्टर सुधीर गुप्ता के आरोपों पर एम्स प्रशासन ने कहा है कि इस मामले में लगाए गए सारे आरोप गलत हैं। एम्स ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर कोई दबाव नहीं डाला गया था और सुधीर गुप्ता गलत दावा कर रहे हैं। हालांकि एम्स प्रशासन ने यह भी कहा कि फिलहाल डॉक्टर सुधीर गुप्ता को पद से हटाए जाने की कोई बात नहीं है।

एम्स के प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, डॉक्टर सुधीर गुप्ता पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर किसी प्रकार के दबाव के कोई सबूत नहीं मिले हैं। हमारी तरफ से भी उन पर कोई दबाव नहीं डाला गया। डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने खुद ही पोस्टमार्टम के बाद रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे में डालकर एसडीएम को सौंपा था।

गौरतलब है कि एम्स के फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख सुधीर गुप्ता ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दो मंत्रियों ने सुनंदा की मौत के मामले को रफा−दफा करने के लिए गलत पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देने के लिए दबाल डाला था।

इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस मामले में एम्स प्रबंधन से रिपोर्ट तलब की है। हर्षवर्धन ने कहा, मेरे स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने हमारे विभाग को अपनी पदोन्नति के बारे में लिखा। परंतु मंगलवार को टीवी चैनलों ने कहा कि उन्होंने कोई आरोप लगाया है। मैंने एम्स के निदेशक को लिखा है कि वह इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी दें।

सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने कहा है कि हर पहलू की जांच की जा रही है और अगर जरूरी हुआ, तो सुधीर गुप्ता का भी बयान लिया जा सकता है।

इस बीच शशि थरूर ने इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि कि उन्होंने हमेशा से पूरी जांच की मांग की है। थरूर ने अपने फेसबुक पेज पर बयान दिया, अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर को खोने के बाद मैंने शुरू से ही इस मामले की गहन जांच का आग्रह किया है, जिसे जल्दी से जल्दी पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी की जाए... पुष्कर परिवार की भी यही राय है और हमने संबंधित अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग किया है। मैं एक बार फिर इस लंबी चौड़ी जांच को जल्द से जल्द नतीजे पर पहुंचाने का आग्रह करता हूं, ताकि इस मामले से जुड़ी सभी अटकलें थम जाएं...

उल्लेखनीय है कि इस साल 17 जनवरी को सुनंदा पुष्कर का शव दिल्ली के एक होटल से संदिग्ध हालत में मिला था। रिपोर्ट्स के मुताबिक रात करीब 8 बजे जब शशि थरूर कांग्रेस पार्टी की मीटिंग से होटल लौटे, तब उन्हें सुनंदा की मौत के बारे में पता चला।

सूत्रों के मुताबिक पोस्टमॉर्टम करने वाली फॉरेंसिक टीम के प्रमुख सुधीर गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री और सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्राइब्यूनल को चिट्ठी लिखी है। सुधीर गुप्ता ने आरोप लगाया है कि पिछली सरकार के दो ताकतवर मंत्रियों ने सुनंदा पुष्कर के मौत के मामले पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नेचुरल डेथ दिखाने के लिए दबाव डाला।

वहीं सूत्रों के मुताबिक एम्स प्रशासन को सुधीर गुप्ता के खिलाफ कई गंभीर शिकायतें मिली हैं, जिसके चलते उनके फॉरेंसिक विभाग से हटाने की सिफारिश की गई है, जिससे नाराज सुधीर गुप्ता झूठे आरोप लगा रहे हैं।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com