
अमरिंदर के सामने पंजाब की कांग्रेस इकाई में जान फूंकने की चुनौती है
चंडीगढ़:
पंजाब में कांग्रेस की कमान संभालते ही कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 13 दिसंबर को अकाली दल के गढ़ बठिंडा में रैली करने का ऐलान किया तो जवाब में उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने भी उसी दिन पटियाला में रैली करने की ताल ठोंकी है। दोनों पार्टियों में 2017 विधानसभा चुनावों को लेकर गहमागहमी बढ़ रही है।
23 नवंबर को बठिंडा की रैली में उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कांग्रेस को उनसे ज्यादा भीड़ जुटाने की चुनौती दी थी जिसे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुबूल करते हुए 13 दिसंबर को ठीक उसी रैली ग्राउंड में पार्टी की कमान संभालने का कार्यक्रम रख दिया। इससे बौखलाई अकाली दल अब 13 तारीख को ही कैप्टन की पूर्व रियासत पटियाला में करने की तैयारी में है।
कैप्टन के महल के सामने भीड़ एकत्र करेंगे : सुखबीर
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मंगलवार को गुरदासपुर की रैली में ऐलान किया कि कांग्रेस के जो नए अध्यक्ष बने हैं वे कहते हैं कि मैं बठिंडा की रैली में पद संभालूंगा। मैं उनको कहना चाहता हूं कि हम उनके महल के सामने लाखों की भीड़ इकट्ठा करेंगे।
मिजाज बदले-बदले हैं अमरिंदर के
वैसे, नई जिम्मेदारी मिलने के बाद कैप्टन अमरिंदर के मिजाज बदले-बदले से हैं। वे अब राहुल गांधी की तरह ट्रेन में सफर कर रहे हैं, लेकिन बादल परिवार पर तंज कसने का वे कोई मौका नहीं गंवा रहे। बुधवार सुबह स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने के बाद मीडिया से मुखातिब कैप्टन ने कहा, 'वे मोती महल के सामने रैली करें, लेकिन वह चारो तरफ रिहाइशी इलाका है। एक पोलो ग्राउंड है लेकिन वह खेल की जगह है, कहीं उसे नुकसान न कर दें।'
बाजवा के समर्थकों से दोस्ताना रवैया
2012 के विधानसभा चुनावों में शर्मनाक हार से सबक लेते हुए कैप्टन अमरिंदर अब सबको साथ लेकर चलने के मूड में हैं। अपने धुर विरोधी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रताप बाजवा के समर्थकों से दोस्ताना रवैया और अकाली दल से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले मनप्रीत बादल को भी 13 दिसंबर की रैली का बुलावा भेजा गया है।
23 नवंबर को बठिंडा की रैली में उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कांग्रेस को उनसे ज्यादा भीड़ जुटाने की चुनौती दी थी जिसे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुबूल करते हुए 13 दिसंबर को ठीक उसी रैली ग्राउंड में पार्टी की कमान संभालने का कार्यक्रम रख दिया। इससे बौखलाई अकाली दल अब 13 तारीख को ही कैप्टन की पूर्व रियासत पटियाला में करने की तैयारी में है।
कैप्टन के महल के सामने भीड़ एकत्र करेंगे : सुखबीर
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने मंगलवार को गुरदासपुर की रैली में ऐलान किया कि कांग्रेस के जो नए अध्यक्ष बने हैं वे कहते हैं कि मैं बठिंडा की रैली में पद संभालूंगा। मैं उनको कहना चाहता हूं कि हम उनके महल के सामने लाखों की भीड़ इकट्ठा करेंगे।
मिजाज बदले-बदले हैं अमरिंदर के
वैसे, नई जिम्मेदारी मिलने के बाद कैप्टन अमरिंदर के मिजाज बदले-बदले से हैं। वे अब राहुल गांधी की तरह ट्रेन में सफर कर रहे हैं, लेकिन बादल परिवार पर तंज कसने का वे कोई मौका नहीं गंवा रहे। बुधवार सुबह स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने के बाद मीडिया से मुखातिब कैप्टन ने कहा, 'वे मोती महल के सामने रैली करें, लेकिन वह चारो तरफ रिहाइशी इलाका है। एक पोलो ग्राउंड है लेकिन वह खेल की जगह है, कहीं उसे नुकसान न कर दें।'
बाजवा के समर्थकों से दोस्ताना रवैया
2012 के विधानसभा चुनावों में शर्मनाक हार से सबक लेते हुए कैप्टन अमरिंदर अब सबको साथ लेकर चलने के मूड में हैं। अपने धुर विरोधी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रताप बाजवा के समर्थकों से दोस्ताना रवैया और अकाली दल से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले मनप्रीत बादल को भी 13 दिसंबर की रैली का बुलावा भेजा गया है।
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