राहुल गांधी का फाइल फोटो
गुवाहाटी:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुवाहाटी की एक अदालत के परिसर में गुरुवार को कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के खिलाफ है, और वह मुकदमों से नहीं डरते. आरएसएस के एक स्वयंसेवक द्वारा दायर मानहानि के एक मामले में पेश होने के लिए पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि उनके खिलाफ चाहे जितने मुकदमे कर लिए जाएं, वह पीछे नहीं हटेंगे, और आगे बढ़ते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म के लोग साथ हों, मैं देश की एकता के लिए मजबूती से खड़ा हूं. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ ये मुकदमे इसलिए दर्ज करवाए जा रहे हैं, क्योंकि वह देश के गरीबों, बेरोज़गार युवाओं और किसानों के हक के लिए लड़ रहे हैं.
गौरतलब है कि आरएसएस स्वयंसेवक अंजन बोरा ने पिछले साल राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस किया था और इस मामले में कामरूप के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत ने विभिन्न गवाहों के बयानों के बाद 29 सितंबर को राहुल गांधी को पेश होने के लिए समन जारी किया था.
इस संबंध में कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रवक्ता ने कहा था कि राहुल गांधी तकरीबन सुबह नौ बजे गुवाहाटी पहुंचेंगे और 10:30 बजे कोर्ट के समक्ष पेश होंगे. बाद में उनके पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की भी संभावना है और शाम को वह नई दिल्ली लौटेंगे.
केस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवी अंजन बोरा ने राहुल गांधी के खिलाफ कथित तौर पर आरएसएस की छवि धूमिल करने के लिए मानहानि का मामला दर्ज कराया है. बोरा का आरोप है कि राहुल ने मीडिया के समक्ष कहा था कि उन्हें पिछले साल दिसंबर में आरएसएस सदस्यों ने 'बारपेटा सत्र' (एक संस्थान) में प्रवेश नहीं करने दिया था.
बोरा ने कहा कि राहुल पिछले साल 12 दिसंबर को 16 वीं सदी के बारपेटा सत्र का दौरा करने वाले थे, लेकिन उन्होंने सत्र में शामिल न होने का निर्णय लिया और इसके बदले उन्होंने बारपेटा शहर में एक रैली में हिस्सा लिया.
बोरा ने कहा कि हालांकि, राहुल ने नई दिल्ली में मीडिया से कहा कि उन्हें आरएसएस सदस्यों ने सत्र में प्रवेश नहीं करने दिया. बोरा ने साथ ही कहा कि आरएसएस सत्र का संचालन नहीं करता, इसलिए वह राहुल को रोक नहीं सकता था. इसके अलावा राहुल गांधी के बयान से सत्र की प्रतिष्ठा को भी धक्का पहुंचा. इसलिए उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म के लोग साथ हों, मैं देश की एकता के लिए मजबूती से खड़ा हूं. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ ये मुकदमे इसलिए दर्ज करवाए जा रहे हैं, क्योंकि वह देश के गरीबों, बेरोज़गार युवाओं और किसानों के हक के लिए लड़ रहे हैं.
गौरतलब है कि आरएसएस स्वयंसेवक अंजन बोरा ने पिछले साल राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस किया था और इस मामले में कामरूप के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत ने विभिन्न गवाहों के बयानों के बाद 29 सितंबर को राहुल गांधी को पेश होने के लिए समन जारी किया था.
इस संबंध में कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रवक्ता ने कहा था कि राहुल गांधी तकरीबन सुबह नौ बजे गुवाहाटी पहुंचेंगे और 10:30 बजे कोर्ट के समक्ष पेश होंगे. बाद में उनके पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की भी संभावना है और शाम को वह नई दिल्ली लौटेंगे.
केस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवी अंजन बोरा ने राहुल गांधी के खिलाफ कथित तौर पर आरएसएस की छवि धूमिल करने के लिए मानहानि का मामला दर्ज कराया है. बोरा का आरोप है कि राहुल ने मीडिया के समक्ष कहा था कि उन्हें पिछले साल दिसंबर में आरएसएस सदस्यों ने 'बारपेटा सत्र' (एक संस्थान) में प्रवेश नहीं करने दिया था.
बोरा ने कहा कि राहुल पिछले साल 12 दिसंबर को 16 वीं सदी के बारपेटा सत्र का दौरा करने वाले थे, लेकिन उन्होंने सत्र में शामिल न होने का निर्णय लिया और इसके बदले उन्होंने बारपेटा शहर में एक रैली में हिस्सा लिया.
बोरा ने कहा कि हालांकि, राहुल ने नई दिल्ली में मीडिया से कहा कि उन्हें आरएसएस सदस्यों ने सत्र में प्रवेश नहीं करने दिया. बोरा ने साथ ही कहा कि आरएसएस सत्र का संचालन नहीं करता, इसलिए वह राहुल को रोक नहीं सकता था. इसके अलावा राहुल गांधी के बयान से सत्र की प्रतिष्ठा को भी धक्का पहुंचा. इसलिए उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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