श्रीनगर:
कश्मीर घाटी में अशांति की वजह से दो सप्ताह तक निलंबित रहने के बाद श्रीनगर-मुजफ्फराबाद बस सेवा सोमवार को फिर से शुरू हो गई। इसे कारवां-ए-अमन भी कहा जाता है।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के 63 निवासियों सहित 73 यात्री उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 'अमन सेतु' (शांति पुल) के माध्यम से मुजफ्फराबाद गए, जबकि सात महिलाओं और तीन बच्चों सहित 19 यात्री अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से भारत आए।
श्रीनगर से 29 महिलाओं और 17 बच्चों सहित 73 यात्रियों को लेकर तीन बस सोमवार तड़के रवाना हुई और सुबह सात बजे बारामुल्ला जिले के उरी सेक्टर में सलामाबाद पहुंची।
अधिकारी ने बताया कि जब बसों को अमन सेतु को पार करने की अनुमति नहीं थी, तब यात्री जरूरी औपचारिकताओं को पूरी करने के बाद पैदल पुल को पार कर रहे थे।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के 63 निवासियों सहित 73 यात्री उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 'अमन सेतु' (शांति पुल) के माध्यम से मुजफ्फराबाद गए, जबकि सात महिलाओं और तीन बच्चों सहित 19 यात्री अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से भारत आए।
श्रीनगर से 29 महिलाओं और 17 बच्चों सहित 73 यात्रियों को लेकर तीन बस सोमवार तड़के रवाना हुई और सुबह सात बजे बारामुल्ला जिले के उरी सेक्टर में सलामाबाद पहुंची।
अधिकारी ने बताया कि जब बसों को अमन सेतु को पार करने की अनुमति नहीं थी, तब यात्री जरूरी औपचारिकताओं को पूरी करने के बाद पैदल पुल को पार कर रहे थे।
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