पंचकुला:
स्वामी असीमानंद ने बुधवार को कहा कि वह समझौता एक्सप्रेस में बम रखने के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता कमल चौहान को नहीं जानते। कमल पर 18 फरवरी 2007 को पानीपत के निकट समझौता एक्सप्रेस में बम रखने का आरोप है।
असीमानंद ने पंचकूला स्थित अदालत में बुधवार को पेशी के बाद पत्रकारों से कहा कि वह कमल को नहीं जानते। उन्होंने कहा, "मैं नहीं जानता कि कमल चौहान कौन है। यह सब एनआईए की साजिश है।"
कमल ने दावा किया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस में उसने बम रखा था। दो डिब्बों में हुए विस्फोट से 68 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें से अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक थे।
इससे पहले असीमानंद ने अदालत में समझौता विस्फोट में अपना हाथ होने से इंकार किया। उन्होंने एनआईए पर शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। एनआईए ने समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट मामले में असीमानंद से उनकी कथित भूमिका को लेकर पूछताछ कर चुकी है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने असीमानंद को हैदराबाद की मक्का मस्जिद विस्फोट में कथित संलिप्तता पर हरिद्वार से 19 नवम्बर 2009 को गिरफ्तार किया था।
असीमानंद ने पंचकूला स्थित अदालत में बुधवार को पेशी के बाद पत्रकारों से कहा कि वह कमल को नहीं जानते। उन्होंने कहा, "मैं नहीं जानता कि कमल चौहान कौन है। यह सब एनआईए की साजिश है।"
कमल ने दावा किया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस में उसने बम रखा था। दो डिब्बों में हुए विस्फोट से 68 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें से अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक थे।
इससे पहले असीमानंद ने अदालत में समझौता विस्फोट में अपना हाथ होने से इंकार किया। उन्होंने एनआईए पर शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। एनआईए ने समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट मामले में असीमानंद से उनकी कथित भूमिका को लेकर पूछताछ कर चुकी है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने असीमानंद को हैदराबाद की मक्का मस्जिद विस्फोट में कथित संलिप्तता पर हरिद्वार से 19 नवम्बर 2009 को गिरफ्तार किया था।
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