यह ख़बर 18 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

सलमान ने मुलाकात को गोपनीय रखने को कहा था : अन्ना

खास बातें

  • सलमान ने अन्ना से कहा था कि सरकार ने उनकी शर्तें मान ली हैं। इसी के साथ सलमान ने अन्ना से आग्रह किया था कि मुलाकात को गोपनीय रखा जाए। अन्ना ने अब पीएम को एक बार फिर चिट्ठी लिखी है।
नई दिल्ली:

सलमान खुर्शीद से मुलाकात की बात पर सफाई देते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि सलमान खुर्शीद को प्रधानमंत्री ने भेजा था। सलमान ने अन्ना से कहा था कि सरकार ने उनकी शर्तें मान ली हैं। इसी के साथ सलमान ने अन्ना से आग्रह किया था कि मुलाकात को गोपनीय रखा जाए।

अन्ना का आरोप है कि सरकार टीम में फूट डालने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। अन्ना ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार टीम को तोड़ने और आंदोलन समाप्त करने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है।

अन्ना हजारे से पीएम कार्यालय के मंत्री नारायणसामी ने एक पत्र लिखकर उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। इस उठे प्रश्न पर अन्ना हजारे ने कहा कि नारायणसामी यह भी साफ करें कि उनके साथ कैसा और कौन सा सहयोग किया गया है।

अन्ना ने एक बार फिर पीएम को चिट्ठी लिखी है। आज अन्ना ने कहा कि अब लोकपाल के मसले पर सरकार से कोई बातचीत नहीं की जाएगी। आंदोलन जारी रखा जाएगा जब तक सरकार खुद कोई ठोस कदम नहीं उठाती है।

सलमान खुर्शीद और अन्ना हज़ारे की मुलाकात पर अब सवाल उठ रहे हैं। इसी बात पर अन्ना हजारे ने सफाई देने के लिए रालेगण सिद्धि में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की है।

बता दें कि यह विवादित मुलाकात 23 जून को पुणे में हुई थी। इस मुलाकात निजी नहीं थी और इस मुलाकात के दौरान तकरीबन 25-30 लोग मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद दिल्ली आकर सलमान खुर्शीद ने पीएम मनमोहन सिंह से कहा था कि वह एक आम मुलाकात थी।

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सूत्र बता रहे हैं कि सलमान खुर्शीद ने भ्रष्ट मंत्रियों की अन्ना की लिस्ट पर चर्चा की थी। सलमान चाहते थे कि अन्ना अपनी लिस्ट से उनका नाम हटा दें। जहां सलमान खुर्शीद अब कह रहे हैं कि वह तमाम लोगों से मिलते रहते हैं वहीं अन्ना ने भी कहा था कि वक्त आने पर बोलूंगा।