
देश में नवंबर में खुदरा महंगाई दर एक बार फिर बढ़ी है. इसके पीछे तेल और खाद्यान्नों की कीमतों में इजाफा इसकी मुख्य वजह रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसर खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर 4.91 प्रतिशत पर पहुंच गई जो कि अक्टूबर में 4.48 प्रतिशत थी.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस साल अक्टूबर में 4.48 प्रतिशत और नवंबर, 2020 में 6.93 प्रतिशत थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल नवंबर महीने में खाद्य मुद्रास्फीति 1.87 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने में 0.85 प्रतिशत थी. भारतीय रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा तय करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर पर गौर करता है. उसका मानना है कि मुद्रास्फीति का आंकड़ा चालू वित्त वर्ष की बची हुई अवधि में ऊंचा रहेगा क्योंकि तुलनात्मक आधार का प्रभाव अब प्रतिकूल हो गया है. रिजर्व बैंक के अनुसार, मुख्य मुद्रास्फीति चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में उच्चस्तर पर रहेगी. उसके बाद इसमें नरमी आएगी.
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