
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के प्रति कथित अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में विपक्ष के निशाने पर आये अपने वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खान का बचाव करते हुए आज कहा कि बसपा ने जमीनों पर कब्जा किया, उन पर स्मारक खड़े किए और जनता की गाढ़ी कमाई बरबाद की, ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है.
अखिलेश ने राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में खान द्वारा अम्बेडकर के प्रति की गई कथित टिप्पणी संबंधी सवाल पर कहा, बसपा पर यही आरोप है कि उन्होंने बड़ी-बड़ी जमीनें कब्जा करके स्मारक बना दिए. क्या तब भी केवल सपा के नेता ही यह आरोप लगा रहे थे. जनता का पैसा बरबाद हुआ, उस पर लोग सवाल जरूर खड़े करते हैं. उन्होंने कहा, लखनऊ की एक ऐतिहासिक जेल, जिसमें काकोरी काण्ड के आरोपी क्रांतिकारियों को रखा गया था, बसपा ने उस इतिहास को खत्म करके उस पर स्मारक बनवा दिया. कांग्रेस के लोग बताएं कि क्या इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की जमीन पर कब्जा नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा, हम भी बाबा साहब अम्बेडकर को मानते हैं. हम कहें कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अम्बेडकर जी के नाम से गांवों का विकास शुरू किया. बसपा वाले कहते हैं कि उन्होंने इसकी शुरुआत की थी.
अखिलेश ने विपक्ष के साथ-साथ मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा, विधानसभा का चुनाव आ रहा है. महापुरुषों के ठेकेदार हर तरफ घूम रहे हैं. आप (मीडिया) किसी को ठेकेदार न बनने दें. मालूम हो कि प्रदेश के नगर विकास एवं संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने गत सोमवार को गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में लगी अम्बेडकर की प्रतिमाओं की पांरपरिक बनावट पर टिप्पणी करते हुए कथित तौर पर कहा था कि अम्बेडकर उंगली उठाकर कहते हैं कि वह जिस जमीन पर खड़े हैं, वह तो उनकी है ही, साथ ही जिस तरफ वह उंगली से इशारा कर रहे हैं, वह जमीन भी उन्हीं की है.
उनके इस बयान पर जहां बसपा ने कड़ा ऐतराज जताया था, वहीं भाजपा ने कल पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया था तथा जगह-जगह खान के पुतले जलाए थे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अखिलेश ने राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में खान द्वारा अम्बेडकर के प्रति की गई कथित टिप्पणी संबंधी सवाल पर कहा, बसपा पर यही आरोप है कि उन्होंने बड़ी-बड़ी जमीनें कब्जा करके स्मारक बना दिए. क्या तब भी केवल सपा के नेता ही यह आरोप लगा रहे थे. जनता का पैसा बरबाद हुआ, उस पर लोग सवाल जरूर खड़े करते हैं. उन्होंने कहा, लखनऊ की एक ऐतिहासिक जेल, जिसमें काकोरी काण्ड के आरोपी क्रांतिकारियों को रखा गया था, बसपा ने उस इतिहास को खत्म करके उस पर स्मारक बनवा दिया. कांग्रेस के लोग बताएं कि क्या इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की जमीन पर कब्जा नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा, हम भी बाबा साहब अम्बेडकर को मानते हैं. हम कहें कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अम्बेडकर जी के नाम से गांवों का विकास शुरू किया. बसपा वाले कहते हैं कि उन्होंने इसकी शुरुआत की थी.
अखिलेश ने विपक्ष के साथ-साथ मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा, विधानसभा का चुनाव आ रहा है. महापुरुषों के ठेकेदार हर तरफ घूम रहे हैं. आप (मीडिया) किसी को ठेकेदार न बनने दें. मालूम हो कि प्रदेश के नगर विकास एवं संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने गत सोमवार को गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में लगी अम्बेडकर की प्रतिमाओं की पांरपरिक बनावट पर टिप्पणी करते हुए कथित तौर पर कहा था कि अम्बेडकर उंगली उठाकर कहते हैं कि वह जिस जमीन पर खड़े हैं, वह तो उनकी है ही, साथ ही जिस तरफ वह उंगली से इशारा कर रहे हैं, वह जमीन भी उन्हीं की है.
उनके इस बयान पर जहां बसपा ने कड़ा ऐतराज जताया था, वहीं भाजपा ने कल पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया था तथा जगह-जगह खान के पुतले जलाए थे.
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