नई दिल्ली:
जन लोकपाल विधेयक और कुछ केंद्रीय नेताओं एवं मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए स्वतंत्र एजेंसी गठित किये जाने की मांग को जोरदार ढंग से उठाते हुए टीम अन्ना ने गुरुवार को कहा कि देशहित में वह कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं।
जंतर मंतर पर अनशन के दूसरे दिन टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनके खिलाफ बुलंदशहर की एक अदालत में राजद्रोह के एक मुकदमे की गुरुवार को सुनवाई थी और इसमें 28 जुलाई की अगली तारीख दी गई है।
केजरीवाल ने अदालत के समक्ष कहा कि संसद का अपमान उन्होंने नहीं किया बल्कि सदन में बैठे लोगों ने किया।
उन्होंने कहा कि जब संसद में रिश्वत लेकर पर प्रश्न पूछे जाते हैं, तब क्या संसद का अपमान नहीं होता, जब संसद में विधेयक की प्रति फाड़ी जाती है, तब क्या संसद का अपमान नहीं होता।
टीम अन्ना के सदस्य ने कहा कि संसद में कुछ अच्छे लोग भी हैं जिनका वह सम्मान करते हैं लेकिन कुछ सदस्यों का सम्मान करने में वह असमर्थ हैं। इस अवसर पर उन्होंने फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ के संवाद को भी दोहराया।
केजरीवाल ने कहा कि एक तरफ 8 विधेयक 17 मिनट में बिना चर्चा कराये पारित हो जाते हैं, दूसरे दिन प्रतिदिन संसद में शोर शराबे के कारण काम ठप रहता है। जन लोकपाल विधेयक के समर्थन में जनता सड़कों पर उतरी लेकिन सरकार और सांसद सशक्त कानून देने से कतराते नजर आए।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने संसद का अपमान नहीं किया और देशहित में कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।’’
जंतर मंतर पर अनशन के दूसरे दिन टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनके खिलाफ बुलंदशहर की एक अदालत में राजद्रोह के एक मुकदमे की गुरुवार को सुनवाई थी और इसमें 28 जुलाई की अगली तारीख दी गई है।
केजरीवाल ने अदालत के समक्ष कहा कि संसद का अपमान उन्होंने नहीं किया बल्कि सदन में बैठे लोगों ने किया।
उन्होंने कहा कि जब संसद में रिश्वत लेकर पर प्रश्न पूछे जाते हैं, तब क्या संसद का अपमान नहीं होता, जब संसद में विधेयक की प्रति फाड़ी जाती है, तब क्या संसद का अपमान नहीं होता।
टीम अन्ना के सदस्य ने कहा कि संसद में कुछ अच्छे लोग भी हैं जिनका वह सम्मान करते हैं लेकिन कुछ सदस्यों का सम्मान करने में वह असमर्थ हैं। इस अवसर पर उन्होंने फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ के संवाद को भी दोहराया।
केजरीवाल ने कहा कि एक तरफ 8 विधेयक 17 मिनट में बिना चर्चा कराये पारित हो जाते हैं, दूसरे दिन प्रतिदिन संसद में शोर शराबे के कारण काम ठप रहता है। जन लोकपाल विधेयक के समर्थन में जनता सड़कों पर उतरी लेकिन सरकार और सांसद सशक्त कानून देने से कतराते नजर आए।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने संसद का अपमान नहीं किया और देशहित में कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।’’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं