
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा कि सरकार एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए ''कार्य योजना'' पेश करेगी. उन्होंने जोर देते हुये कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत बनी हुई है. जावड़ेकर ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के भारत के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाने से जुड़े सवाल पर कहा कि अर्थव्यवस्था "सुधार" के रास्ते पर है और किसी को भी निराशाजनक राय नहीं रखनी चाहिए. राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में भी की गई थी. जावड़ेकर ने कहा कि उस समय यह प्रक्रिया अच्छी थी लेकिन जब आज भाजपा यही काम कर रही है तो यह बुरी बन गई.
गौरतलब है कि IMF की चीफ़ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने कहा था कि भारतीय जीडीपी में गिरावट का असर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है. उन्होंने कहा था कि विश्व अर्थव्यवस्था की जीडीपी में अगर भारतीय अर्थव्यवस्था की भागीदारी की बात करें तो ये काफ़ी अहम है. अगर भारतीय जीडीपी में गिरावट आती है तो इसका असर पूरी दुनिया के आर्थिक विकास पर भी पड़ेगा. इसलिए हमने ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान को भी 0.1 फीसदी कम किया है. जिसका अधिकांश हिस्सा भारत के ग्रोथ रेट में कमी की वजह से है. बता दें, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने सोमवार को भारत सहित वैश्विक आर्थिक वृद्धि परिदृश्य के अपने अनुमान को कम किया है. इस वैश्विक संगठन ने इसके साथ ही व्यापार व्यवस्था में सुधार के बुनियादी मुद्दों को भी उठाया था.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं