Kerala के Palakkad में शख्स को पीट-पीटकर मार डाला.
केरल:
मानसिक रूप से अस्वस्थ' जनजाति समुदाय के 27 वर्षीय युवक की हत्या के मामले में केरल पुलिस ने अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि मधु नाम के युवक को पलक्कड़ के पास जंगल में भीड़ ने बेरहमी से पीटकर उसकी हत्या कर दी थी.
एनडीटीवी से बता करते हुए पल्लकड़ जिला पुलिस चीफ प्रतीश कुमार ने कहा कि मधु के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये बात साफ हो चुकी है कि मौत की वजह पिटाई ही है. मधु के शरीर में कई चोटें आईं. इतना ही नहीं, उससे सिर, पीठ पर भी पिटाई के निशान थे. साथ ही पोस्टमार्टम में पता चला है कि गंभीर रूप से आंतरिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई.
मधु गांव के पास के ही जंगल में रहता था और उसके ऊपर आरोप है कि वह खाने के लिए लोकल शॉप्स से सामान चुराया करता था. माना जा रहा है कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था. गुरुवार को गांव के लोगों ने उसे पकड लिया और बंधक बनाकर घंटों तक पीटा. कुछ लोगों ने उस वक्त सेल्फी भी ली. शाम को किसी ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने उसको पकड़ा तो उसने उल्टी की और बेहोश हो गया. जिसके बाद उसे करीब शाम 5 बजे अस्पताल ले जाया गया. उसी वक्त उसकी अप्राकृतिक मौत मौत हो गई.
यह भी पढ़ें - पहले बनाया बंधक फिर सेल्फी ली, इतना पीटा कि कुछ ही देर में हो गई मौत
हैरान करने वाली बात थी कि आरोपियों ने बंधक बनाकर उसके साथ हंसते हुए सेल्फी भी ली थी और उसेघटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दी थी, जिसके बाद देखते-देखते ही यह वायरल हो गया. इस घटना के बाद चारों तरफ विरोध प्रदर्शन हुए.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वह इस घटना से काफी आहत हुए हैं. उधर पुलिस महानिरीक्षक अजित कुमार ने कहा कि मुजरिमों को हत्या और अवैध रूप से बंधक बनाने समेत भारतीय दंड संहिता और वन कानून की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी ठहराया गया है.
मधु की बहन चंद्रिका ने वन विभाग के अधिकारियों पर कर्तव्यों के पालन में विफल रहने का आरोप लगाया है. चंद्रिका ने बताया, "मधु जंगल के बीच एक गुफा में रहता था और वहां वही लोग जा सकते थे, जिन्हें वहां जाने की इजाजत होती थी. हम इस बात से हैरान हैं कि लोगों का यह जत्था कैसे जंगल में घुसा और लोगों ने उसकी पिटाई की." चंद्रिका ने बताया कि उसे पीटने के बाद जंगल से थाने ले जाया गया. वह रास्ते में चल भी नहीं पाता था. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर और विजयन सरकार में हलचल पैदा हो गई.
उन्होंने बताया कि मधु ने जब पानी मांगा तो लोगों ने उसे चिढ़ाते हुए कुछ बूंद पानी उसे दिया और सारा पानी हंसते हुए जमीन पर गिरा दिया. जख्मी मधु चलने में असमर्थ था, लेकिन वन विभाग की जीप उसके पीछे चल रही थी.
मृतक की मां के अनुसार, लोगों ने चोरी का इल्जाम लगाते हुए मधु के हाथ उसकी धोती से बांध दिए और उसकी पिटाई की. पूरे प्रकरण का मोबाइल फोन पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, जिससे समूह में शामिल लोगों की बर्बरता को लेकर गुस्सा फूट पड़ा है.
वनमंत्री पी. राजू ने पत्रकारों से कहा कि चंद्रिका की ओर से उठाए गए सवाल की वह जांच करवाएंगे और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसी जिले से आने वाले अनुसूचित जाति व जनजाति राज्यमंत्री ए. के. बालन रविवार को जनजाति समुदाय के इस गांव का दौरा करेंगे.
एनडीटीवी से बता करते हुए पल्लकड़ जिला पुलिस चीफ प्रतीश कुमार ने कहा कि मधु के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये बात साफ हो चुकी है कि मौत की वजह पिटाई ही है. मधु के शरीर में कई चोटें आईं. इतना ही नहीं, उससे सिर, पीठ पर भी पिटाई के निशान थे. साथ ही पोस्टमार्टम में पता चला है कि गंभीर रूप से आंतरिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हो गई.
मधु गांव के पास के ही जंगल में रहता था और उसके ऊपर आरोप है कि वह खाने के लिए लोकल शॉप्स से सामान चुराया करता था. माना जा रहा है कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था. गुरुवार को गांव के लोगों ने उसे पकड लिया और बंधक बनाकर घंटों तक पीटा. कुछ लोगों ने उस वक्त सेल्फी भी ली. शाम को किसी ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने उसको पकड़ा तो उसने उल्टी की और बेहोश हो गया. जिसके बाद उसे करीब शाम 5 बजे अस्पताल ले जाया गया. उसी वक्त उसकी अप्राकृतिक मौत मौत हो गई.
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हैरान करने वाली बात थी कि आरोपियों ने बंधक बनाकर उसके साथ हंसते हुए सेल्फी भी ली थी और उसेघटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दी थी, जिसके बाद देखते-देखते ही यह वायरल हो गया. इस घटना के बाद चारों तरफ विरोध प्रदर्शन हुए.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि वह इस घटना से काफी आहत हुए हैं. उधर पुलिस महानिरीक्षक अजित कुमार ने कहा कि मुजरिमों को हत्या और अवैध रूप से बंधक बनाने समेत भारतीय दंड संहिता और वन कानून की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी ठहराया गया है.
मधु की बहन चंद्रिका ने वन विभाग के अधिकारियों पर कर्तव्यों के पालन में विफल रहने का आरोप लगाया है. चंद्रिका ने बताया, "मधु जंगल के बीच एक गुफा में रहता था और वहां वही लोग जा सकते थे, जिन्हें वहां जाने की इजाजत होती थी. हम इस बात से हैरान हैं कि लोगों का यह जत्था कैसे जंगल में घुसा और लोगों ने उसकी पिटाई की." चंद्रिका ने बताया कि उसे पीटने के बाद जंगल से थाने ले जाया गया. वह रास्ते में चल भी नहीं पाता था. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर और विजयन सरकार में हलचल पैदा हो गई.
उन्होंने बताया कि मधु ने जब पानी मांगा तो लोगों ने उसे चिढ़ाते हुए कुछ बूंद पानी उसे दिया और सारा पानी हंसते हुए जमीन पर गिरा दिया. जख्मी मधु चलने में असमर्थ था, लेकिन वन विभाग की जीप उसके पीछे चल रही थी.
मृतक की मां के अनुसार, लोगों ने चोरी का इल्जाम लगाते हुए मधु के हाथ उसकी धोती से बांध दिए और उसकी पिटाई की. पूरे प्रकरण का मोबाइल फोन पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, जिससे समूह में शामिल लोगों की बर्बरता को लेकर गुस्सा फूट पड़ा है.
वनमंत्री पी. राजू ने पत्रकारों से कहा कि चंद्रिका की ओर से उठाए गए सवाल की वह जांच करवाएंगे और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसी जिले से आने वाले अनुसूचित जाति व जनजाति राज्यमंत्री ए. के. बालन रविवार को जनजाति समुदाय के इस गांव का दौरा करेंगे.
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