
पीएम मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नेशनल मैरीटाइम डे (राष्ट्रीय समुद्री दिवस) की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समुद्री क्षेत्र को आकर्षक बनाने के सरकार के प्रयास दलितों के मसीहा बी.आर. अंबेडकर से प्रेरित हैं. उन्होंने ट्वीट करके कहा, "बाबा साहेब ने ही जलशक्ति, जलमार्गो, सिंचाई, नहरों और बंदरगाहों को सर्वाधिक महत्व प्रदान किया था. इस क्षेत्र में उनका काम भारत के लोगों के लिए भविष्योन्मुखी रहा है."
मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत में समुद्री क्षेत्र का समृद्ध इतिहास रहा है और इसमें देश में बदलाव लाने का सामर्थ्य भी है. उन्होंने आगे कहा, "नेशनल मैरीटाइम डे पर राष्ट्र की समृद्धि के लिए समुद्री शक्ति का उपयोग करने के संबंध में हम अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं."
भारत के स्वामित्व वाले पहले जहाज एसएस लॉयल्टी के 1919 में बंबई से लंदन के लिए रवाना होने के दिन की याद में हर साल नेशनल मैरीटाइम डे मनाया जाता है. मोदी ने बाबू जगजीवन राम को भी उनकी जयंती पर याद किया और कहा कि वह स्वावलंबी और परिश्रमी थे जिनके योगदान को राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता.
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "स्वतंत्रता सेनानी और दिग्गज प्रशासक के रूप में उन्होंने भारत की जो सेवा की है वह अभूतपूर्व है. बाबूजी लोकतंत्र के सच्चे समर्थक थे, जिन्होंने अधिनायकवाद के सामने झुकने से इनकार कर दिया था. भारत उनकी जयंती पर उन्हें याद करता है."
बाबूजी के नाम से लोकप्रिय जगजीवन राम बिहार के रहने वाले थे और देश की राजनीति में कद्दावर राजनेता थे. ऑल इंडिया डिप्रेस्ड क्लासेज लीग की स्थापना में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही.
मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत में समुद्री क्षेत्र का समृद्ध इतिहास रहा है और इसमें देश में बदलाव लाने का सामर्थ्य भी है. उन्होंने आगे कहा, "नेशनल मैरीटाइम डे पर राष्ट्र की समृद्धि के लिए समुद्री शक्ति का उपयोग करने के संबंध में हम अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं."
भारत के स्वामित्व वाले पहले जहाज एसएस लॉयल्टी के 1919 में बंबई से लंदन के लिए रवाना होने के दिन की याद में हर साल नेशनल मैरीटाइम डे मनाया जाता है. मोदी ने बाबू जगजीवन राम को भी उनकी जयंती पर याद किया और कहा कि वह स्वावलंबी और परिश्रमी थे जिनके योगदान को राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता.
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "स्वतंत्रता सेनानी और दिग्गज प्रशासक के रूप में उन्होंने भारत की जो सेवा की है वह अभूतपूर्व है. बाबूजी लोकतंत्र के सच्चे समर्थक थे, जिन्होंने अधिनायकवाद के सामने झुकने से इनकार कर दिया था. भारत उनकी जयंती पर उन्हें याद करता है."
बाबूजी के नाम से लोकप्रिय जगजीवन राम बिहार के रहने वाले थे और देश की राजनीति में कद्दावर राजनेता थे. ऑल इंडिया डिप्रेस्ड क्लासेज लीग की स्थापना में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही.