
सरकार ने नौसेना की शक्ति बढ़ाने के लिए सात स्वदेशी स्टेल्थ फ्रिगेट और छह परमाणु पनडुब्बियों के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र में जब से नरेंद्र मोदी की सरकार आई है तब से देश की सैन्य शक्ति को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। नौसेना की ताकत बढ़ाना भी इसलिए जरूरी बताया जा रहा है कि क्योंकि पड़ोसी देश चीन का नौसैनिक बेड़ काफी मजबूद हैं। कुछ समय पूर्व चीन का एक जंगी जहाज पड़ोसी देश श्रीलंका के तट पर आकर रुका था जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह फैसला हाल में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में किया गया।
छह नई पनडुब्बियां बनाने का फैसला 30 वर्ष के पनडुब्बी निर्माण कार्यक्रम का हिस्सा है जिसे 1999 में मंजूरी दी गई थी।
योजना के तहत 30 साल में 24 पनडुब्बियां बनाई जानी हैं। पहली परियोजना पी75 थी जिसके तहत स्कॉर्पीन पनडुब्बियां भारत में बनाई जा रही हैं।
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