एमजे अकबर की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
नवनियुक्त विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर को पश्चिम एशिया के साथ भारत के संबंधों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के साथ मोदी सरकार ने अपना सहयोग बढ़ाया है।
पत्रकार से नेता बने अकबर की जिम्मेदारी में यूरोपीय संघ, मध्य एवं पश्चिमी यूरोप के साथ भारत के संबंध भी शामिल हैं। हालांकि फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन उनकी जिम्मेदारी से बाहर हैं।
खाड़ी क्षेत्र में करीब 50 लाख भारतीय रहते हैं और वह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। माना जाता है कि एमजे अकबर को खाड़ी और उसकी राजनीति में महारत हासिल है। मोदी सरकार इस क्षेत्र के देशों के साथ भारत के रिश्ते को नई ऊंचाई पर ले जाने की कोशिश में जुटी है।
अकबर को पश्चिम अफ्रीका और यूरेरिशयाई देशों के साथ द्विपक्षीय संबंध की भी जिम्मेदारी दी गई है। विदेश मंत्रालय में वीके सिंह के साथ दूसरे राज्य मंत्री एमजे अकबर संयुक्त राष्ट्र से संबंधित मुद्दे भी संभालेंगे।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पत्रकार से नेता बने अकबर की जिम्मेदारी में यूरोपीय संघ, मध्य एवं पश्चिमी यूरोप के साथ भारत के संबंध भी शामिल हैं। हालांकि फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन उनकी जिम्मेदारी से बाहर हैं।
खाड़ी क्षेत्र में करीब 50 लाख भारतीय रहते हैं और वह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। माना जाता है कि एमजे अकबर को खाड़ी और उसकी राजनीति में महारत हासिल है। मोदी सरकार इस क्षेत्र के देशों के साथ भारत के रिश्ते को नई ऊंचाई पर ले जाने की कोशिश में जुटी है।
अकबर को पश्चिम अफ्रीका और यूरेरिशयाई देशों के साथ द्विपक्षीय संबंध की भी जिम्मेदारी दी गई है। विदेश मंत्रालय में वीके सिंह के साथ दूसरे राज्य मंत्री एमजे अकबर संयुक्त राष्ट्र से संबंधित मुद्दे भी संभालेंगे।
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