आज से लागू हो जाएंगे बड़े बदलाव, घर खरीदना होगा सस्‍ता तो कारें हो जाएंगी महंगी

New Financial Year: एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष में वो बदलाव लागू होने वाले हैं जिनकी घोषणा इस साल के बजट में की गयी थी. ऐसे में आपको जानना ज़रूरी है कि इन बदलावों का आप पर क्या असर होने वाला है.

खास बातें

  • आज से लागू होगा नया वित्त वर्ष
  • सबसे बड़ा बदलाव इनकम टैक्स में होगा
  • घर खरीदना होगा सस्‍ता तो कारें हो जाएंगी महंगी
नई दिल्ली:

New Financial Year: एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष में वो बदलाव लागू होने वाले हैं जिनकी घोषणा इस साल के बजट में की गयी थी. ऐसे में आपको जानना ज़रूरी है कि इन बदलावों का आप पर क्या असर होने वाला है. सबसे बड़ा बदलाव इनकम टैक्स में होगा. नये वित्त वर्ष से जिनकी आय पांच लाख से कम है वो इनकम टैक्स के दायरे से बाहर हो जाएंगे और सही जगह निवेश करके आप 10 लाख तक की आय को टैक्स फ्री कर सकते हैं. टैक्स बचत के लिए आप NPS में निवेश कर सकते हैं या परिवार के लिये हेल्थ इंश्योरेंस खरीद कर टैक्स बचा सकते हैं.

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5 लाख तक आय पर टैक्स नहीं
सेक्शन 80c में छूट - 1.5 लाख
स्टैंडर्ड डिडक्शन - 50 हज़ार
एनपीएस योगदान पर छूट - 50 हज़ार
हेल्थ इंश्योरेंस पर छूट - 50 हज़ार
होम लोन पर ब्याज में छूट - 2 लाख

नई आवासीय परियोजनाओं पर घटी दर से लगेगा जीएसटी
अब तक एक घर को बेचकर दो घर खरीदने पर दूसरे घर पर कैपिटल-गेन टैक्स देना होता था लेकिन अब ऐसा करने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा. नये वित्त वर्ष में घर ख़रीदने वालों को भी फायदा मिलने वाला है. 1 अप्रैल से नये घरों पर जीएसटी की दरों में बदलाव लागू होगा. जो घर बन रहे हैं उन्हें खरीदने पर जहां 12% जीएसटी लगती थी वो अब सिर्फ़ 5% देनी होगी. किफ़ायती श्रेणी के घर पर 1% GST देनी होगी. इसका फायदा नये घर खरीदारों को मिलेगा. अब नयी परियोजनाओं पर किफायती आवास श्रेणी में एक प्रतिशत तथा अन्य आवासीय श्रेणियों के लिये इनपुट टैक्स क्रेडिट सुविधा के बिना पांच प्रतिशत की दर से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगेगा. जीएसटी परिषद ने हाल में हुई अपनी बैठक में इस संबंध में निर्णय किया है. इसके साथ ही बिल्डरों को पहले से चल रही निर्माणाधीन आवासीय परियोजनाओं के मामले में पुरानी और नई कर दरों में से किसी एक को चुनने का एक बारगी विकल्प दिया गया है.

आयकर नियमों में 1 अप्रैल से लागू हो गए हैं बदलाव, अब कहां करें निवेश

जीएसटी परिषद की 34वीं बैठक में रीयल एस्टेट क्षेत्र की मदद के लिए निर्माणाधीन आवास परियोजनाओं पर नये कर ढांचे को लागू करने की योजना के सिलसिले में नियमों को मंजूरी दी गई थी. नये नियमों के तहत बिल्डरों को मौजूदा निर्माणाधीन आवासीय परियोजनाओं के मामले में पुरानी दर से कर देने का एकबारगी विकल्प दिया जायेगा. ऐसी सस्ती आवासीय परियोजनाओं के लिये इनपुट टैक्स क्रेडिट सहित आठ प्रतिशत और अन्य श्रेणी की आवासीय परियोजनाओं के लिये इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी का भुगतान किया जा सकेगा. इनमें उन परियोजनाओं को शामिल किया गया है जहां निर्माण कार्य और वास्तविक बुकिंग का काम एक अप्रैल 2019 से पहले शुरू हो चुका है और जो परियोजनायें 31 मार्च 2019 से पहले पूरी नहीं हो पायी हैं.

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महंगे हो जाएंगे टाटा, महिंद्रा समेत कई कंपनियों के वाहन
कार खरीदारों के लिए दिक़्क़त बढ़ रही है. 1 अप्रैल से महिंद्रा, टाटा और रेनॉ अपनी कारों की क़ीमतों में इज़ाफा कर रहे हैं. टाटा अपनी सभी कारों के दाम 25000 तक बढ़ा रही है जिसमें टाटा की टिगॉर, टिआगो, नेक्सान, हेक्सा और हाल ही में लांच हुई हैरियर शामिल हैं. महिंद्रा की गाड़ियां 5000 से 73000 रुपये तक महंगी हो जाएंगी. रैनॉ अपनी सबसे कामयाब कार क्विड की कीमत 3 फ़ीसद बढ़ा रही है. यानी गाड़ी ख़रीदने वालों की जेबें हल्की होंगी. टाटा मोटर्स ने अपने वाहनों के दाम एक अप्रैल से 25 हजार रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की थी. कंपनी ने लागत खर्च बढ़ने तथा बाह्य आर्थिक परिस्थितियों को कीमतें बढ़ाने का कारण बताया था. कंपनी अभी नैनो से लेकर प्रीमियम एसयूवी हेक्सा तक बेचती है जिनकी कीमत 2.36 लाख रुपये से 18.37 लाख रुपये तक है. टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन कारोबारी इकाई) मयंक पारीक ने कहा था, ‘‘बाजार की बदलती परिस्थितियां, लागत का बढ़ता खर्च और विभिन्न बाहरी आर्थिक कारकों ने हमें कीमत बढ़ाने पर विचार करने को मजबूर किया है.''

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महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी अपने वाहनों की कीमतें अप्रैल से पांच हजार रुपये से 73 हजार रुपये तक बढ़ाने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी. कंपनी ने कहा था कि वाहनों की कीमतों में अप्रैल से 0.5 प्रतिशत से 2.7 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी. कंपनी के अध्यक्ष (वाहन क्षेत्र) राजन वढेरा ने बयान में कहा था, ‘‘इस साल जिंस के दाम में रिकार्ड वृद्धि देखी गयी. इसके अलावा एक अप्रैल से नियामकीय जरूरतों को पूरा करना है। इससे लागत बढ़ेगी. हमने अपनी लागत को कम करने के लिये प्रयास किये हैं, लेकिन कीमत वृद्धि को रोकना संभव नहीं रह गया है.'' निसान इंडिया डैटसन गो और गो प्लस के दाम एक अप्रैल से चार प्रतिशत तक बढ़ाने वाली है. फ्रांस की कार कंपनी रेनो अप्रैल से क्विड के दाम तीन प्रतिशत बढ़ाएगी. इनके अलावा टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने भी नये वित्त वर्ष से कुछ मॉडलों के दाम बढ़ाने की घोषणा की है. हालांकि, कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि वह किन मॉडलों के दाम बढ़ाने जा रही है.

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विजय बैंक, देना बैंक का एक अप्रैल से बैंक आफ बड़ौदा में विलय
दो सरकारी बैंकों विजया बैंक और देना बैंक का एक अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हो जाएगा. इन दोनों बैंकों के विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. विलय के बाद विजया बैंक और देना बैंक की सभी शाखाएं सोमवार से बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के तौर पर काम करने लगेंगी. रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘विजया बैंक और देना बैंक के उपभोक्ताओं को एक अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा का उपभोक्ता माना जाएगा.'' केंद्र सरकार ने अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिये बैंक ऑफ बड़ौदा को 5,042 करोड़ रुपये देने का पिछले सप्ताह निर्णय लिया था. विलय की योजना के तहत विजया बैंक के शेयर धारकों को प्रत्येक एक हजार शेयरों के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 402 शेयर मिलेंगे. देना बैंक के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक एक हजार शेयर के बदले बैंक ऑफ बड़ौदा के 110 शेयर मिलेंगे. विलय के बाद संयुक्त निकाय का कारोबार 14.82 लाख करोड़ रुपये का होगा. यह भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. इस विलय के बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या कम होकर 18 रह जायेगी.