लोकपाल को अप्रैल से दिसंबर 2020 के बीच मिलीं 89 शिकायतें, इसमें तीन थीं सांसदों के खिलाफ..

लोकपाल को समूह ए और बी श्रेणी के केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ 48 शिकायतें मिलीं जबकि 33 शिकायतें विभिन्न बोर्डों, निगमों, स्वायत्त निकायों के अध्यक्षों, सदस्यों और कर्मचारियों के खिलाफ थीं.

लोकपाल को अप्रैल से दिसंबर 2020 के बीच मिलीं 89 शिकायतें, इसमें तीन थीं सांसदों के खिलाफ..

जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को पिछले साल लोकपाल के अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई थी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

Lokpal: भ्रष्टाचार विरोधी निकाय लोकपाल (Anti-corruption ombudsman Lokpal) को 2020 में अप्रैल से दिसंबर के बीच 89 शिकायतें मिली हैं जिनमें तीन सांसदों के खिलाफ थीं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार लोकपाल को समूह ए और बी श्रेणी के केंद्र सरकार के अधिकारियों के खिलाफ 48 शिकायतें मिलीं जबकि 33 शिकायतें विभिन्न बोर्डों, निगमों, स्वायत्त निकायों के अध्यक्षों, सदस्यों और कर्मचारियों के खिलाफ थीं.आंकड़ों के अनुसार लोकपाल ने 21 शिकायतों में प्रारंभिक जांच का आदेश दिया. आयोग ने 18 मामलों में जांच केंद्रीय सतर्कता आयोग को जबकि तीन मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को करने को कहा था.लोकपाल ने एक शिकायत में प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच रिपोर्ट मांगी वहीं एक अन्य मामले में दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) से कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा.

PMC बैंक धनशोधन मामले में ED ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को फिर तलब किया

दिसंबर 2020 के अंत तक अपडेट आंकड़ों के अनुसार लोकपाल ने प्रारंभिक जांच के बाद 43 शिकायतों को बंद कर दिया. उनमें से 39 को प्रारंभिक जांच और चार को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर विचार करने के बाद बंद किया गया.राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 23 मार्च, 2019 को लोकपाल के अध्यक्ष के रूप में न्यायमूर्ति पिनाकी चंद्र घोष को पद की शपथ दिलाई थी. लोकपाल उच्च स्तरीय लोक अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए शीर्ष निकाय है.

''अंडों, मांस को पूरी तरह पकाकर खाएं'': केंद्रीय मंत्री ने बर्ड फ्लू के खौफ के बीच दी सलाह..

न्यायमूर्ति घोष ने उसी वर्ष 27 मार्च को लोकपाल के आठ सदस्यों को शपथ दिलाई थी.लोकपाल को 2019-20 के दौरान कुल 1,427 शिकायतें मिली थीं जिनमें से 613 राज्य सरकार के अधिकारियों से संबंधित थीं और चार केंद्रीय मंत्रियों तथा संसद सदस्यों के खिलाफ थीं.कुल शिकायतों में से, 220 अनुरोध, टिप्पणी व सुझाव थे.आंकड़ों के अनुसार कुल शिकायतों में से 1,347 का निस्तारण किया गया वहीं 1,152 शिकायतें लोकपाल के अधिकार क्षेत्र से परे थीं.

सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)