Coronavirus Lockdown Updates: कोरोनावायरस (Coronavirus) संकट और उसे और फैलने से रोकने के लिए देश भर में लागू लॉकडाऊन (Lockdown) की वजह से देश में बेरोज़गारी (Unemployment) तेज़ी से बढ़ गयी है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में आगाह किया है कि पिछले एक हफ्ते में बेरोज़गारी दर देश में बढ़कर 23.4% हो गयी है. सेंटर ने कहा है कि बढ़ती बेरोज़गारी चिंता का विषय है और हालत ख़राब हो रहे हैं. कोरोनावायरस संकट शुरू होने के साथ ही अनिश्चितता के माहौल में लाखों मज़दूरों का पलायन इस संकट की पहचान सी बन गयी. अब लॉकडाऊन के दौर में ठप्प पड़ी अर्थव्यवस्था की वजह से लाखों लोगों का रोजगार छिन गया है. भारतीय अर्थव्यवस्था पर नजर रखने वाली संस्था सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी ने अपने ताज़ा आंकलन में दावा किया है कि पिछले एक हफ्ते में बेरोज़गारी दर 23.4% तक पहुंच गयी है.
CMIE के इंस्टीट्यूशनल हेड (बिजनेस) प्रभाकर सिंह ने NDTV से कहा, 'मार्च से ही बेरोज़गारी बढ़ती जा रही थी. लॉकडाऊन से हालात और ख़राब हो गए हैं. लॉकडाऊन के दौरान पिछले एक हफ्ते में बेरोज़गारी दर 23.4% तक पहुंच गयी है. प्रभाकर सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस का संकट बढ़ा तो बेरोज़गारी के हालात और ख़राब होंगे.
NDTV की टीम को फरीदाबाद इंडस्ट्रियल एरिया के पास ऐसे सैकड़ों लोग मिले जिनका रोज़गार लॉकडाऊन की वजह से छिन चुका है. सरकार ने सभी गरीब-ज़रूरतमंदों को अगले 3 महीने तक हर महीने 5 किलो चावल या गेहूं और एक किलो दाल देने का ऐलान किया है लेकिन इन लोगों की शिकायत है कि वो भी इन लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है.
साफ़ है, एक तरफ रोज़गार छिन गया है और दूसरी तरफ मुफ्त अनाज नहीं मिलने से आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. संकट लम्बा चला तो रोज़गार का संकट और बढ़ेगा, हालात आम लोगों के लिए और चुनौतीपूर्ण होंगे.
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