हिंसाग्रस्त कश्मीर में डॉक्टरी का पेशा छोड़ महिला ने पहनी पुलिस की वर्दी

हिंसाग्रस्त कश्मीर में डॉक्टरी का पेशा छोड़ महिला ने पहनी पुलिस की वर्दी

प्रतीकात्मक फोटो

खास बातें

  • पेशे से डॉक्टर हैं कश्मीर की पुलिस उपाधीक्षक सुन्निया वानी.
  • पासिंग आउट परेड में कुल 17 अधिकारियों में इकलौती महिला अधिकारी.
  • बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सर्वांगीण पुरस्कार पाने वाली पहली केपीएस अधिकारी.
उधमपुर:

जम्मू कश्मीर के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) अशकूर वानी का सीना तब चौड़ा हो गया जब आज यहां पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) की 11 वीं बैच के पासिंग आउट परेड में उनकी बेटी एकमात्र महिला थीं .

डॉ. सुन्निया वानी शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी में पासिंग आउट परेड में 17 अधिकारियों में एकमात्र महिला थीं. वह सालभर के प्रशिक्षण के दौरान अपने बेहतर प्रदर्शन को लेकर सर्वश्रेष्ठ सर्वांगीण पुरस्कार जीतने वाली पहली कश्मीर पुलिस सेवा अधिकारी भी बनीं. जम्मू कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन्हें ट्राफी और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया.

महबूबा ने कहा, "मैं आपकी उपलब्धि से गौरवान्वित हूं और मेरी कामना है कि और लड़कियां आपके पदचिह्नों पर चलें. मैं हर क्षेत्र में लड़कियों को प्रतिस्पर्धा करते तथा कई क्षेत्रों में लड़कों से भी अधिक संख्या में आने को देख खुश हूं." अशकूर ने कहा, "मैं वाकई अपनी बेटी पर उसकी उपलब्धियों को लेकर गौरवान्वित हूं. यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गर्व और सम्मान का विषय है कि मेरी बेटी सर्वांगीण पुरस्कार और वह भी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के हाथों पाने वाली पहली केपीएस अधिकारी बनी. "

उन्होंने कहा, "वह पेशे से डॉक्टर है और फिर उसने पुलिस में आने का फैसला किया. बचपन से वह समाज के प्रति योगदान करना चाहती थी और मुझे आशा है कि वह अच्छी एवं समर्पित अधिकारी बनेगी एवं देश, राष्ट्र एवं समुदाय की सेवा करेगी."

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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