22 साल के छात्र के साथ कथित तौर पर रैगिंग हुई जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया
त्रिचुर:
केरल के त्रिचुर में 22 साल के छात्र को कॉलेज में कथित रैंगिग के बाद अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. कोट्टायम सरकारी पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट के छात्र ओएस अविनाश की किडनी को नुकसान पहुंचा है और फिलहाल वह कोच्चि के अस्पताल में भर्ती है. अविनाश ने बताया कि 2 दिसंबर की रात को उन्हें और उनके आठ साथियों को कपड़े उतारकर लगातार पांच घंटे तक कठिन कसरत करने को कहा गया. डॉक्टरों का कहना है कि अविनाश की किडनी पर असर पड़ा है. त्रिचुर के मदर हॉस्पिटल के जनरल मैनेजर डॉ अब्दुल शिजी बताते हैं कि 'ज्यादा थकावट की वजह से शरीर में पैदा होने वाले मायोग्लोबिन (ऑक्सिजन इकट्ठा करने वाला प्रोटीन) की वजह से किडनी ने काम करना बंद कर दिया.'
डॉक्टर के मुताबिक छात्र को चार बार डायलिसिस पर रखा गया है और अब उसकी हालत बेहतर है. अविनाश ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा 'हम नौ छात्रों के कपड़े उतरवाए गए. हमसे घंटों तक गुलाटियां और कड़ी कसरत करवाई गई. हममें से कुछ लोग गिरने लगे लेकिन उन्होंने हमें नहीं बख्शा. हमसे कहा गया कि ज़मीन पर तैरने की एक्टिंग करो. हममें से कुछ को अलमारी में बंद करके जोर जोर से गाना गाने को कहा गया. यह सब कुछ लगातार पांच घंटे तक चला.'
उस रात के बाद जब अविनाश घर लौटा तो उसकी हालत बहुत खराब थी और उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. अविनाश के पिता को उसके दोस्तों के जरिए 15 दिसंबर को रैगिंग की बात पता चली और अगले दिन उन्होंने पुलिस में केस दर्ज करवाया. अविनाश एक दलित परिवार से है और उनकी आय बहुत ही सीमित है. अविनाश के पिता ओपी सिवादासन ने बताया 'मेरी छोटी मोटी नौकरी है. मैं दवाई का खर्चा नहीं उठा सकता. दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए ताकि वे दोबारा ऐसा न करें.' पुलिस के मुताबिक फिलहाल सभी आरोपी सीनियर गायब हैं. कोट्टायम पुलिस अजीत बताते हैं कि आरोपियों के घर की तलाशी ली जा चुकी है. पुलिस ने हत्या की कोशिश, रैगिंग और एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
डॉक्टर के मुताबिक छात्र को चार बार डायलिसिस पर रखा गया है और अब उसकी हालत बेहतर है. अविनाश ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा 'हम नौ छात्रों के कपड़े उतरवाए गए. हमसे घंटों तक गुलाटियां और कड़ी कसरत करवाई गई. हममें से कुछ लोग गिरने लगे लेकिन उन्होंने हमें नहीं बख्शा. हमसे कहा गया कि ज़मीन पर तैरने की एक्टिंग करो. हममें से कुछ को अलमारी में बंद करके जोर जोर से गाना गाने को कहा गया. यह सब कुछ लगातार पांच घंटे तक चला.'
उस रात के बाद जब अविनाश घर लौटा तो उसकी हालत बहुत खराब थी और उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. अविनाश के पिता को उसके दोस्तों के जरिए 15 दिसंबर को रैगिंग की बात पता चली और अगले दिन उन्होंने पुलिस में केस दर्ज करवाया. अविनाश एक दलित परिवार से है और उनकी आय बहुत ही सीमित है. अविनाश के पिता ओपी सिवादासन ने बताया 'मेरी छोटी मोटी नौकरी है. मैं दवाई का खर्चा नहीं उठा सकता. दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए ताकि वे दोबारा ऐसा न करें.' पुलिस के मुताबिक फिलहाल सभी आरोपी सीनियर गायब हैं. कोट्टायम पुलिस अजीत बताते हैं कि आरोपियों के घर की तलाशी ली जा चुकी है. पुलिस ने हत्या की कोशिश, रैगिंग और एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
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