
कैंसर का इलाज करवा रही थी बच्ची, HIV+ खून चढ़ा... प्रतीकात्मक फोटो
तिरुवनंतपुरम:
केरल के तिरुवनंतपुरम से एक चौंकाने वाला दर्दनाक मामला सामने आया है. नौ साल की एक ऐसी बच्ची का ब्लड टेस्ट रिजल्ट एचआईवी पॉजिटिव (HIV+) आया है जोकि कैंसर का इलाज करवा रही थी लेकिन अब उसका रक्त HIV+ हो चुका है.
पढ़ें- पटना की HIV पीड़ित गर्भवती महिला का गर्भपात नहीं होगा, 26 हफ्ते का हो चुका है भ्रूण : सुप्रीम कोर्ट
इस बच्ची का तिरुवनंतपुरम के रीजनल कैंसर सेंटर में कैंसर का इलाज चल रहा था. यह बच्ची मार्च में हॉस्पिटल में ऐडमिट हुई थी. यहां उसका ब्लट टेस्ट एचआईवी निगेटिव (HIV-) आया था. लेकिन, अगस्त में जब उसका टेस्ट हुआ तो वह एचआईवी पॉजिटिव पाया गया.
हॉस्पिटल के डायरेक्टर पॉल सबास्टिन ने बताया- कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान उसे कम से कम 49 यूनिट ब्लड कंपोनेंट चढ़ाया गया है. हमने ब्लड डोनर्स की हिस्ट्री चेक की है. कोई भी एचआईवी पॉजिटिव नहीं पाया गया. इस बात की संभावना बन रही है कि जब खून दिया गया तब हो सकता है कि किसी शख्स के टेस्ट्स निगेटिव आए हों लेकिन उसे एड्स (AIDS) हो... और... होता यह है कि एचआईवी पॉजिटिव टेस्ट में निकलने में 1 से 3 महीने का समय लग जाता है.
अब यदि इंडिया स्पैंड (IndiaSpend) द्वारा पब्लिश किए गए आरटीआई डाटा पर गौर करें तो नतीजे चौंकाऊ है. इस डाटा के मुताबिक, पिछले सात सालों में भारत भर से ऐसे 14474 केस एचआईवी पॉजिटिव होने के निकलकर सामने आए हैं. यानी ये वे मामले हैं संक्रमित खून चढ़ाने के बाद एचआईवी पॉजिटिव हुए.

केरल सरकार द्वारा मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
VIDEO : एचआईवी दवाओं तक पहुंच, एक लंबा सफर...
पढ़ें- पटना की HIV पीड़ित गर्भवती महिला का गर्भपात नहीं होगा, 26 हफ्ते का हो चुका है भ्रूण : सुप्रीम कोर्ट
इस बच्ची का तिरुवनंतपुरम के रीजनल कैंसर सेंटर में कैंसर का इलाज चल रहा था. यह बच्ची मार्च में हॉस्पिटल में ऐडमिट हुई थी. यहां उसका ब्लट टेस्ट एचआईवी निगेटिव (HIV-) आया था. लेकिन, अगस्त में जब उसका टेस्ट हुआ तो वह एचआईवी पॉजिटिव पाया गया.
हॉस्पिटल के डायरेक्टर पॉल सबास्टिन ने बताया- कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान उसे कम से कम 49 यूनिट ब्लड कंपोनेंट चढ़ाया गया है. हमने ब्लड डोनर्स की हिस्ट्री चेक की है. कोई भी एचआईवी पॉजिटिव नहीं पाया गया. इस बात की संभावना बन रही है कि जब खून दिया गया तब हो सकता है कि किसी शख्स के टेस्ट्स निगेटिव आए हों लेकिन उसे एड्स (AIDS) हो... और... होता यह है कि एचआईवी पॉजिटिव टेस्ट में निकलने में 1 से 3 महीने का समय लग जाता है.
अब यदि इंडिया स्पैंड (IndiaSpend) द्वारा पब्लिश किए गए आरटीआई डाटा पर गौर करें तो नतीजे चौंकाऊ है. इस डाटा के मुताबिक, पिछले सात सालों में भारत भर से ऐसे 14474 केस एचआईवी पॉजिटिव होने के निकलकर सामने आए हैं. यानी ये वे मामले हैं संक्रमित खून चढ़ाने के बाद एचआईवी पॉजिटिव हुए.


केरल सरकार द्वारा मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
VIDEO : एचआईवी दवाओं तक पहुंच, एक लंबा सफर...