
कांग्रेस के नेता जाफर शरीफ ने भागवत का नाम राष्ट्रपति पद के लिए आगे किया है (फाइल फोटो)
बेंगलुरू:
पार्टी के पक्ष को दरकिनार करते हुए कर्नाटक कांग्रेस के नेता और पूर्व रेलमंत्री जाफर शरीफ ने राष्ट्रपति पद के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नाम का समर्थन किया है. शरीफ ने कहा कि 'भागवत के देशप्रेम को लेकर किसी तरह की शंका नहीं होनी चाहिए.' उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को भी चिट्ठी लिखी है.
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में शरीफ ने लिखा है कि 'भारत जैसे देश में अलग अलग विचारों का होना बहुत ही स्वाभाविक बात है. श्री मोहन भागवत भी ऐसी ही एक विचारधारा से संबंध रखते हैं लेकिन उनकी देशभक्ति पर किसी तरह की शंका नहीं की जानी चाहिए, भारतीयों के प्रति उनके प्यार और देश के प्रति उनकी निष्ठा को लेकर कोई शक नहीं होना चाहिए.'
उधर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भागवत को राष्ट्रपति बनाए जाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा है कि 'यह साफ है कि हम आरएसएस की विचारधारा का समर्थन नहीं करते.' यही नहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ अपने रिश्तों को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना ने भी कहा था कि भागवत को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाना एक अच्छा कदम होगा.
सेना की ओर से संजय राउत ने कहा था 'एक साफ सुथरी छवि वाले व्यक्ति को यह पद ग्रहण करना चाहिए. हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम चर्चा में है. अगर भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत, राष्ट्रपति के लिए एक अच्छी पसंद होंगे.' उधर भागवत ने इन सभी चर्चाओं पर यह कहते हुए लगाम लगाई कि उन्हें ये सभी बातें 'मनोरंजक' लगती हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पांच साल के कार्यकाल का अंत इस साल 24 जुलाई को हो जाएगा.
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में शरीफ ने लिखा है कि 'भारत जैसे देश में अलग अलग विचारों का होना बहुत ही स्वाभाविक बात है. श्री मोहन भागवत भी ऐसी ही एक विचारधारा से संबंध रखते हैं लेकिन उनकी देशभक्ति पर किसी तरह की शंका नहीं की जानी चाहिए, भारतीयों के प्रति उनके प्यार और देश के प्रति उनकी निष्ठा को लेकर कोई शक नहीं होना चाहिए.'
उधर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भागवत को राष्ट्रपति बनाए जाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा है कि 'यह साफ है कि हम आरएसएस की विचारधारा का समर्थन नहीं करते.' यही नहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ अपने रिश्तों को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना ने भी कहा था कि भागवत को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाना एक अच्छा कदम होगा.
सेना की ओर से संजय राउत ने कहा था 'एक साफ सुथरी छवि वाले व्यक्ति को यह पद ग्रहण करना चाहिए. हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम चर्चा में है. अगर भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत, राष्ट्रपति के लिए एक अच्छी पसंद होंगे.' उधर भागवत ने इन सभी चर्चाओं पर यह कहते हुए लगाम लगाई कि उन्हें ये सभी बातें 'मनोरंजक' लगती हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पांच साल के कार्यकाल का अंत इस साल 24 जुलाई को हो जाएगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं