आईटीबीपी ने बद्रीनाथ मंदिर परिसर में द्वार खुलने से पहले स्वच्छता अभियान चलाया. उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है. बद्रीनाथ के कपाट 10 मई, 2019 को खुलने हैं. इससे पहले 60 सदस्यों के भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी कि आईटीबीपी (ITBP) के पर्वतारोहण तथा स्कीइंग इंस्टीट्यूट, औली के पर्वतारोहियों ने मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में व्यापक सफाई अभियान चलाया.
चमोली जिले के माना गांव के पास स्थित इस पवित्र धाम में आईटीबीपी ने मंदिर परिसर के अलावा तप्त कुंड, अलकनंदा नदी के तटों, सीढ़ियों, पैदल मार्गों आदि की सफाई करने के साथ साथ कूड़ा भी हटाया. आईटीबीपी हर साल कपाट खुलने से पहले बद्रीनाथ धाम की साफ़ सफाई करती रही है.
समुद्र तल से 10 हज़ार 8 सौ फीट की उंचाई पर स्थित बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष अपेक्षाकृत ज्यादा बर्फ़बारी से संपर्क मार्ग दो माह से भी ज्यादा समय तक बंद रहे थे. पिछले वर्ष 20 नवम्बर को मंदिर के कपाट बंद हुए थे.
बीते साल कपाट खुलने के एक हफ्ते के अन्दर ही लगभग एक लाख लोगों ने बद्रीनाथ जी के दर्शन किए थे. इस वर्ष भी मई महीने में ही श्रद्धालुओं का आंकड़ा दो लाख से भी ज्यादा हो सकता है. वर्ष 2018 में लगभग 11 लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंचे थे जो आंकड़ा वर्ष 2019 में बढ़ सकता है.
आईटीबीपी की टीम का नेतृत्व कर रहे आईटीबीपी औली के अधिकारी नानक चंद ठाकुर ने कहा कि आईटीबीपी हमेशा से बद्रीनाथ धाम की सफाई करती आई है ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो.
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